पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या का मुख्य अरोपी ठेकेदार सुरेश हैदराबाद से गिरफ्तार

By : hashtagu, Last Updated : January 6, 2025 | 12:54 pm

बीजापुर, 6 जनवरी (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर (Journalist Mukesh Chandrakar) की हत्या के मामले में पुलिस ने एक और आरोपी सुरेश चंद्राकर (Accused Suresh Chandrakar) को देर रात हैदराबाद से गिरफ्तार (Arrested from Hyderabad) किया गया है। इस मामले में कुल अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

बीजापुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने मयंक गुर्जर बताया कि एसआईटी टीम ने पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में फरार आरोपी सुरेश चंद्राकर को देर रात हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। इस प्रकरण में अब तक सुरेश चंद्राकर के अलावा तीन आरोपियों की गिरफ्तारी पहले भी की जा चुकी है, जिसमें रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर और महेंद्र शामिल हैं। सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

बता दें कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर एक जनवरी से लापता थे। तीन जनवरी को उनका शव बीजापुर के चट्टान पारा इलाके में सड़क ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के फार्म हाउस के सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया था।

मुकेश ने बस्तर में 120 करोड़ रुपये की सड़क निर्माण परियोजना में कथित भ्रष्टाचार का खुलासा किया था। उनकी हत्या को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। मुकेश के भाई युकेश चंद्राकर का दावा है कि भ्रष्टाचार को उजागर करने की वजह से ही ठेकेदार सुरेश और उसके भाई ने मुकेश की हत्या की। पुलिस ने घटनास्थल से कई सबूत इकट्ठा किए हैं।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या पर दुख जताया था। उन्होंने रविवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि पत्रकार मुकेश की हत्या बहुत ही निंदनीय है। उनका शव मिला है। सरकार कार्रवाई कर रही है। इस मामले में एसआईटी का गठन किया गया है। तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। कोई भी आरोपी बख्शा नहीं जाएगा। ठेकेदार के बैंक अकाउंट को सील किया गया है। ठेकेदार के अवैध कब्जे को भी हटाया गया है।

गौरतलब है कि पत्रकार मुकेश ने 2021 में बीजापुर में मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों द्वारा अपहृत सीआरपीएफ जवान की रिहाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उस दौरान उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अब एक्स (तब ट्विटर) पर एक पोस्ट किया था, जिसके कैप्शन में लिखा था, “ले आये सीआरपीएफ के वीर जवान को।” पत्रकार की इस बहादुरी को पूरे देश ने सराहा था।