कस्टम मिलिंग घोटाला : मार्कफेड के पूर्व एमडी की ED रिमांड खत्म, आज फिर ईडी लेगी रिमांड पर

छत्तीसगढ़ के 140 करोड़ के कस्टम राइस मिलिंग घोटाल में प्रवर्तन निदेशालय (ED) मार्कफेड के पूर्व एमडी और आईटीएस अधिकारी मनोज सोनी को आज रायपुर

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  • Updated On - May 10, 2024 / 02:25 PM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ के 140 करोड़ के कस्टम राइस मिलिंग घोटाले (Custom Rice Milling Scams) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) मार्कफेड के पूर्व एमडी और आईटीएस अधिकारी मनोज सोनी को आज रायपुर की PMLA कोर्ट में पेश करेगी। ED रिमांड खत्म होने पर आज दोपहर में सोनी को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

  • ED ने मनोज सोनी को 30 अप्रैल को गिरफ्तार कर विशेष अदालत में पेश किया था। जहां कोर्ट ने उन्हें 4 मई तक ED रिमांड पर भेजा था। 4 मई को सुनवाई के बाद मनोज सोनी को फिर कोर्ट में पेश किया जहां 10 मई तक फिर सोनी को 6 दिन के ED रिमांड पर भेजा था। ED आज फिर मनोज की रिमांड लेने कोशिश करेगी।

कमीशन के संबंध में सवाल-जवाब कर रही ED

ED का आरोप है कि मार्कफेड के अधिकारी और राज्य चावल मिलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मिलकर कस्टम मिलिंग घोटाले को अंजाम दिया है। इसके लिए अधिकारी और मिलर्स ने विशेष प्रोत्साहन राशि का दुरुपयोग किया है। करोड़ों की रिश्वत कमाने की साजिश रची है। ED हिरासत के दौरान मनोज सोनी से कमीशन के बारे में सवाल-जवाब किए है।

मनोज सोनी और सहयोगियों का खेल दो साल से चल रहा था

कारोबारियों के अनुसार, मनोज सोनी और उनके सहयोगियों का खेल दो साल से चल रहा था। इसके लिए पूरी टीम बनाई गई थी। टीम में मॉर्कफेड के अफसर और छत्तीसगढ़ स्टेट मिलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी भी शामिल थे। आरोप है कि कस्टम मिलिंग, डीओ काटने, मोटे धान को पतला करने, पतले धान को मोटा करने, FCI को नान में कंवर्ट करने का पैसा लिया जाता था।

इस तरह बनाया गया था वसूली का सिस्टम

ED की जांच में ये पाया गया कि, तत्कालीन जिला मार्केटिंग ऑफिसर प्रीतिका पूजा केरकेट्टा को मनोज सोनी ने रोशन चंद्राकर के माध्यम से निर्देश दिया था। इसमें कहा गया था कि उन्हीं राइस मिलर्स के बिल का भुगतान किया जाना है, जिन्होंने वसूली की राशि रोशन चंद्राकर को दे दी है।

किन राइस मिलर्स को भुगतान किया जाना है, इसकी जानकारी संबंधित जिले के राइस मिलर्स एसोसिएशन के जरिए मिलती थी। रोशन चंद्राकर जिन मिलर्स की जानकारी प्रीतिका को देता थे, उनका भुगतान कर बाकी मिलर्स की राशि रोक दी जाती थी।

  • कस्टम मिलिंग मामले में हुई भष्टाचार की जांच और मनोज सोनी की गिरफ्तारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने राइस मिलर्स को समंस जारी किया है। वहीं, एसोसिएशन से जुड़े कई लोगों ने ED दफ्तर पहुंच कर अपने बयान दर्ज कराए हैं। पूछताछ में सहयोग नहीं करने और समंस के बाद भी नहीं आने वाले अधिकारियों और एसोसिएशन से जुड़े लोगों को जल्द ही ED गिरफ्तार कर सकती है।

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