रायपुर। विधानसभा चुनाव में अपने 75 के लक्ष्य से भटकी कांग्रेस सत्ता से भी बेदखल हो गई। इसके बाद कांग्रेस में पूर्व विधायकों और टिकट के दावेदारों ने गंभीर आरोप जड़े थे। इसके बाद कांग्रेस प्रदेश ने काफी हद तक डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की। ऐसे में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज (State Congress Committee President Deepak Baij) ने भी बहुत जल्द पार्टी संगठन में बदलाव की बात कही है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द संगठन में बदलाव होगा और कुछ नए लोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी।
दीपक बैज ने कहा कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के मद्देनजर ये जिम्मेदारियां दी जाएंगी, ताकि संगठन में और मजबूती के साथ कसावट आ सके। लोकसभा चुनाव से पहले बदलाव की एक्सरसाइज कर ली जाएगी, ताकि नई ऊर्जा और नई टीम के साथ इलेक्शन लड़ा जाए।
रायपुर समेत 12 से ज्यादा जिलाध्यक्ष बदले जाएंगे
संगठन के फोकस पर वे जिले हैं, जहां पार्टी को उम्मीद के उलट नतीजे मिले। ऐसे में रायपुर शहर-ग्रामीण, दुर्ग, कवर्धा, बलौदाबाजार, महासमुंद, बलरामपुर, कोरिया, सरगुजा, रामानुजगंज, बैकुंठपुर, कोरबा, सक्ती, राजनादगांव ग्रामीण और बिलासपुर समेत ज्यादातर जिलों के अध्यक्ष बदले जा सकते हैं। इन जिलों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है।
ज्यादातर नाम तय
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों की मानें, तो नई लिस्ट के लिए लगभग नाम तय कर लिए गए हैं। इनमें कई युवा चेहरों को भी शामिल किया गया है। हाईकमान को हरी झंडी मिलते ही सूची जारी की जाएगी।
खाली पदों पर होगी नियुक्ति
जिला अध्यक्षों के बदलाव के साथ-साथ जो पद खाली हैं, उन पर भी जल्द नियुक्ति होगी। विधानसभा से पहले और बाद में कई नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया, तो कुछ ने खुद कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया है, नई सूची में इन पदों पर भी नियुक्तियां होंगी।
चुनाव परिणाम आने के बाद पार्टी नए सिरे से इसकी समीक्षा कर रही है कि किन जिलों में पार्टी को भारी नुकसान हुआ। वहां पर जिला अध्यक्षों की भूमिका को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। यहां संगठन के स्थानीय विधायकों से समन्वय और बाकी मामलों की समीक्षा की जा रही है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद पर दीपक बैज की नियुक्ति चुनाव के 4 महीने पहले हुई थी। इससे पहले PCC की कमान मोहन मरकाम के हाथों में थी। उन्होंने संगठन में अपने अनुसार जिला और ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति की थी। नए अध्यक्ष के आने के बाद जगदलपुर और एक-दो जगहों के जिला अध्यक्षों को बदला गया।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि सभी नेता PCC के प्रस्ताव का इंतजार कर रहे हैं। प्रदेश स्तर पर प्रस्ताव भेजे जाने के बाद ही नियुक्तियां शुरू होंगी। हालांकि दावेदारों ने छत्तीसगढ़ के सीनियर नेताओं से लेकर दिल्ली तक अपनी दौड़ शुरू कर दी है। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश कांग्रेस में अंतर्कलह उफान पर है, ऐसे में लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी को खड़ा करना बड़ी चुनौती है।
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