छत्तीसगढ़। बस्तर जिले के थाना सिकसोड़ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मेटाबोदेली और कड़में के बीच जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ घटना में दो नक्सलियों के मृत्यु की निष्पक्ष जांच किया जाएगा। यही कारण है कि इसकी गंभीरता एवं आवश्यकता को देखते हुए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी डॉ. प्रियंका शुक्ला द्वारा एसडीएम अंतागढ़ के.एस. पैकरा को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। उनके द्वारा घटना की दण्डाधिकारी जांच की जा रही है। उनके द्वारा इस संबंध में घटना की जानकारी २३ नवंबर तक उपलब्ध कराने की अपील नागरिकों से किया गया है।
उल्लेखनीय है कि उनके द्वारा पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के घटना की पृष्ठभूमि, घटना में शामिल सशस्त्र बलों का सर्चिंग अभियान हेतु विभागीय आदेश, निर्देश, दिनांक ३१ अक्टूबर २०२२ की घटना क्या वास्तव में सशस्त्र नक्सलियों द्वारा नियोजित घटना थी? क्या मृतक माओवादी नक्सली मुठभेड़ के दौरान पुलिस बल के द्वारा आत्मरक्षार्थ चलाये गये जवाबी फायरिंग में मारे गये हैं? मारे गये अज्ञात नक्सलियों की पहचान, परिचय, अपराध वृतांत इत्यादि बिंदुओं पर जांच किया जा रहा है।
शल्य चिकित्सकों द्वारा किये गये पोस्टमार्टम में पाये गये मौत का आधारभूत कारक, कारण की तथ्यात्मक जांच, उक्त घटना का मुठभेड़ में पुलिस बल, आम नागरिकों के हताहतों अथवा अन्य जन-धन-बल की हानि व मौके पर स्थल निरीक्षण के दौरान पाये गये जप्त सामाग्रियों का विवरण एवं आसपास के ग्रामीणों की गवाह, साक्ष्य, अभिमत इत्यादि, पुलिस थाना सिकसोड़ में दर्ज की गई एफआईआर, पुलिस विवेचना व अभिमत और सुसंगत धाराओं का संक्षिप्त विवरण इत्यादि बिन्दुओं पर भी जांच की जा रही है, इस संबंध में किसी भी व्यक्ति को जानकारी होने पर एसडीएम अंतागढ़ न्यायालय में २३ नवंबर तक प्रस्तुत कर सकते हैं।