डॉ. दिनेश मिश्र का संदेश: सावधानी रखकर बीमारियों से बचें, कोई महिला डायन नहीं होती

By : hashtagu, Last Updated : July 25, 2025 | 1:43 pm

रायपुर:  अंधविश्वास (Superstition), पाखंड और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लगातार संघर्ष करने वाली संस्था अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र 9Dinesh Mishra) ने हरेली अमावस्या के अवसर पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि किसी भी महिला को डायन या टोनही मानना पूरी तरह गलत है। डॉ. मिश्र ने कहा कि हम सभी को सावधानी बरतकर बीमारियों से बचने की आवश्यकता है और इसके लिए किसी भी प्रकार के तंत्र-मंत्र या जादू-टोने की जरूरत नहीं है।

हरेली अमावस्या पर रात्रि भ्रमण

अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र और उनकी टीम ने हरेली अमावस्या की रात को ग्रामीण क्षेत्रों में रात्रि भ्रमण किया। रात्रि 11 बजे से लेकर 3 बजे तक अमलेश्वर, कपसदा, मोहदा, झीठ पठारीडीह, कन्हेरा, कंडारका, पिरदा, भालेसर, हरदी, उरला और अन्य ग्रामों का दौरा किया। इस दौरान समिति ने महादेवघाट, नदी तट, तालाब, शमशान घाट और अन्य स्थानों का भी निरीक्षण किया।

ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
कई ग्रामीणों ने स्वीकार किया कि वे जादू-टोने और झाड़-फूंक पर विश्वास करते हैं, लेकिन किसी ने भी ऐसी कोई अविश्वसनीय चमत्कारी घटना नहीं बताई। डॉ. मिश्र के साथ टीम के अन्य सदस्य डॉ. शैलेश जाधव, ज्ञानचंद विश्वकर्मा, डॉ. प्रवीण देवांगन, प्रियांशु पांडे, डॉ. अश्विनी साहू और डॉ. अनुज साहू ने ग्रामीणों से चर्चा की और उन्हें जागरूक किया।

हरेली अमावस्या पर फैले अंधविश्वास पर प्रकाश डाला
डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा कि हरियाली अमावस्या (हरेली) को लेकर ग्रामीणों में कई तरह की मान्यताएं हैं। कुछ लोग इसे जादू-टोने से जोड़ते हैं, जबकि कुछ का मानना है कि इस दिन विशेष साधना से जादुई शक्तियाँ प्राप्त की जा सकती हैं। लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सभी केवल कल्पनाएं हैं और जादू-टोने का कोई अस्तित्व नहीं है।

Dr Dinesh Mishra

=बीमारियों के कारणों की वास्तविकता

डॉ. मिश्र ने बताया कि जब तक बीमारियों और प्राकृतिक आपदाओं के कारणों की सही जानकारी नहीं थी, तब तक लोग यह मानते थे कि बीमारियां जादू-टोने के कारण होती हैं। उन्होंने समझाया कि वास्तव में बारिश के मौसम में वातावरण में नमी और तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण बैक्टीरिया और वायरस तेजी से फैलते हैं। इसके अलावा, गंदगी, प्रदूषित पानी, और दूषित भोजन भी बीमारियों के फैलने का कारण बनते हैं।

स्वास्थ्य संबंधी सावधानियाँ
डॉ. मिश्र ने ग्रामीणों से अपील की कि वे स्वास्थ्य संबंधी सावधानियाँ रखें और साफ-सफाई पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि पीने का पानी साफ होना चाहिए, भोजन दूषित न हो, और मच्छर- मक्खियों का खात्मा करना जरूरी है। इस प्रकार की बुनियादी सावधानियाँ अपनाने से जादू-टोने से बचने की आवश्यकता नहीं होगी।

Dr Mishra

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महिलाओं की सुरक्षा पर जोर
डॉ. मिश्र ने यह भी कहा कि कोई भी महिला टोनही नहीं होती, और ग्रामीणों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी महिला को जादू-टोने के आरोप में प्रताड़ित न किया जाए। उन्होंने इस पर जोर दिया कि किसी भी महिला को अवैध रूप से प्रताड़ित नहीं किया जाएगा और इस पर पंचायतों में भी चर्चा की जाएगी।

अफवाहों और भ्रम से बचने की अपील
उन्होंने यह भी बताया कि अक्सर लोग सुनी-सुनाई बातों और अफवाहों पर विश्वास करते हैं, जो समाज में भ्रम फैलाती हैं। इस प्रकार के भयों और भ्रमों से बचने के लिए हमें जागरूक रहना चाहिए और किसी भी कथित जादू-टोने पर विश्वास नहीं करना चाहिए।

डॉ. मिश्र की सलाह
उन्होंने अंत में कहा कि “जो कुछ भी सुना-सुनाया जाता है, वह अफवाहों पर आधारित होता है और इसके पीछे कोई सच्चाई नहीं होती। हम सभी को इन अफवाहों से बचना चाहिए और जागरूक रहकर अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।”