छत्तीसगढ़। बिजली बिल 49 पैसे राज्य सरकार ने बढ़ा दिए है। जहां बढ़ने के पीछे मुख्यमंत्री (Bhupesh) भूपेश बघेल ने मोदी सरकार पर आरोप मढ़ते हुए कहा इसके दो वजह हैं, पहला कोयल और डीजल के दाम बढ़े हैं। इस वजह से बिजली बिल (electricity bill) में बढ़ोत्तरी हुई है। इधर बीजेपी ने भी पलटवार करते हुए कहा कि जनता पर दाम थोप दिए और उल्टा आरोप भी लगा रहे।
CM ने कहा कि वैरएिबयल कॉस्ट एडजसटमेंट बढ़ी है, प्रदेश को बिजली तीन तरह से मिलती है। एक तो राज्य सरकार के पावर प्लांट हैं उससे, दूसरा एनटीपीसी से और तीसरा बाजार से खरीदना होता है। डिमांड होती है तो प्राइवेट पार्टी से जो रेट होता है प्रदेश की सरकार लेती है। अब एनटीपीसी ने अपना रेट बढ़ा दिया है। कीमतों पर असर दो वजह से पड़ा है। कोयला और महंगे डीजल की वजह से।
उन्होंने कहा कि एनटीपीसी कोयल उपयोग कर रही है। एक तो देश के अंदर का कोयला होता है इसके साथ विदेश का कोयला मिलाया जाता है। देश के कोयले की कीमत ३८०० सौ रुपए है, ट्रांसपोर्टिंग का चार्ज भी बढ़ा है, विदेशी कोयला १२ से १४ हजार रुपए का है। इसकी वजह से कीमतें बढ़ी है। इसके लिए पूरी तरह भारत सरकार जिम्मेदार है, देश में कोयला एनटीपीसी को नहीं मिला, विदेशी कोयला मिलाने के लिए सरकार की ओर से बाध्य किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार लगातार जनता से लूट का एक भी मौका नहीं छोड़ना चाहती।
बिजली बिल में कुछ दिन पहले सुरक्षा निधि के नाम से जनता को लूटा, अब फिर बिजली दरों में बढ़ोतरी कर कांग्रेस सरकार जनता की जेब में डाका डाल रहे है।
– श्री @KedarNathGupta जी, pic.twitter.com/bMVy1lcpKs
— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) December 29, 2022
भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले पर कांग्रेस को घेरा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने वीसीए चार्ज के नाम पर लगातार बिजली दरों में वृद्धि पर कांग्रेस की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि बिजली बिल हाफ करने का वादा कर सत्ता में आई कांग्रेस लगातार बिजली का बिल बढ़ाकर जनता के साथ अन्याय और अत्याचार कर रही है। महंगाई के नाम पर छाती पीटने वाले लोग लगातार बिजली का बिल बढ़ाकर जनता के साथ अन्याय कर रहे हैं। उस छत्तीसगढ़ में, जो बिजली के मामले में सम्पन्न है, वहां बिजली दर वृद्धि जनता के साथ अत्याचार है, अन्याय है।
प्रति यूनिट ४९ पैसे की वृद्धि का भार अलग-अलग खपत वाले उपभोक्ताओं के लिए भिन्न होगा। जैसे १०० यूनिट की खपत वाले उपभोक्ताओं का बिल ४०० रुपए आता है। ५० फीसदी हाफ रेट के बाद बिल २०० रुपए का आता है। इस बिल पर अब उपभोक्ताओं को ४९ रुपए अतिरिक्त देना पड़ेगा। इसी तरह २०० यूनिट की खपत पर बिल करीब ८०० का बिल आता है। ५० फीसदी छूट के बाद बिल करीब ४०० रुपए का आएगा। इस खपत पर ९८ रुपए अतिरिक्त वीसीए चार्ज लिया जाएगा। इसी तरह जैसे-जैसे खपत बढ़ती जाएगी, वीसीए चार्ज खपत के अनुपात में बढ़ता जाएगा। यानी जिनका बिल ज्यादा होगा, उन्हें वीसीए चार्ज भी ज्यादा देना होगा।