छत्तीसगढ़ में न्याय यात्रा की इंट्री! राहुल ने PM मोदी की जाति पर छोड़े सियासी तीर
By : hashtagu, Last Updated : February 8, 2024 | 2:54 pm
राहुल गांधी ने कहा, बीजेपी का काम अन्याय बढ़ाओ और हिंसा, नफर बढ़ाओ है। लोगों के साथ आर्थिक अन्याय, सामाजिक अन्याय हो रहा है। मुझसे ओडिशा में पूछा आप जातीय जनगणना की बात करते हैं, पिछड़ों के हक की बात करते हैं, क्या इससे देश नहीं बंट रहा है। मैंने उन्हीं से पूछा- ये जो प्रेस कॉन्फ्रेंस है, आप लोग दूर-दूर से आए हैं, एक सिस्टम है इसमें कितने लोग पिछड़े वर्ग है। कितने अखबार मालिक दलित और पिछड़े हैं। वह पत्रकार चुप हो गया, बोल नहीं पाया।
- नहीं मिल रहा OBC, दलितों को उनका हक
राहुल गांधी ने कहा 50 फीसदी लोग OBC, 23 फीसदी लोग दलित आदिवासी हैं। इसके बाद भी उन्हें उनका हक नहीं मिल रहा है। फिर भी ये लोग न तो ब्यूरोक्रेट हैं और न ही इनके हाथ में कोई अधिकार है, ऐसे में भारत कैसे जुड़ सकता है। 2 सौ कार्पोरेट में से टॉप मैनेजमेंट में न एक ओबीसी है, न दलित है और न ही आदिवासी। दिल्ली में 90 अफसरों में महज 3 ओबीसी हैं, एक आदिवासी, 3 दलित हैं।
- जातीय जनगणना सामाजिक न्याय की बात
ये 24 घंटे कहते हैं, मैं ओबीसी हूं। मैं कहता हूं कि मोदी जी आप ओबीसी नहीं आप जनरल कास्ट के हैं। इसलिए हम जानना चाहते हैं कि देश में किस जाति के कितने लोग हैं। ये सामाजिक न्याय की बात है। कांग्रेस इससे पीछे हटने वाली नहीं है।
- मोदी जी OBC नहीं, तेली समुदाय के हैं
73 फीसदी लोगों में सर्वण गरीब भी हैं। अडानी जी की कंपनी में भी गरीब, ओबीसी, दलित-आदिवासी नहीं है। अगर मिल गया तो मैं जाति जनगणना की मांग नहीं करूंगा। मोदी जी कहते हैं, कि कांग्रेस पार्टी का एक नेता जातीय जनगणना की मांग उठा रहा है। उन्होंने कहा कि कार्पोरेट में ओबीसी नहीं है तो क्या हुआ देश का पीएम को ओबीसी है। जबसे मैंने ये मुद्दा उठाया है, मोदी जी कहने लगे हैं देश में अमीर और गरीब जाति है। अगर देश में अमीर, गरीब ही जाति है तो मोदी जी ओबीसी कैसे बन गए। मोदी जी ओबीसी पैदा नहीं हुए थे। उनकी जाति मोध घांची जाति है गुजरात। सन 2000 में गुजरात सरकार ने इसे ओबीसी घोषित किया था। मोदी जी 2000 के बाद ओबीसी बने।
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