छत्तीसगढ़। 40 हाथियों की धमक से जशपुर (Jashpur) जिले के गांवों में खौफ का माहौल है। लोग रातभर जागकर गांव और खेतों के फसलों की सुरक्षा में लगे हैं। रात में मशाल ले कर हाथियों को खदेड़ने के लिए ग्रामीण शोर मचाते रहे। बादलखोल अभ्यारण्य क्षेत्र के गेम रेंजर का कहना है कि हाथियों (elephants) की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
बता दें, बादलखोल अभ्यारण्य क्षेत्र में ४० हाथियों के दल ने डेरा जमा दिया है। इन हाथियों ने बीती रात,कलिया और आसपास के बस्ती के लोग,अपनी जान और संपत्ति की सुरक्षा के लिए रात भर हाथ मे मशाल लेकर हाथियों को खदेड़ने में व्यस्त रहे। रात के अंधेरे में हाथ मे मशाल ले कर हाथियों को खदेड़ने के लिए ग्रामीण शोर मचाते रहे। बादलखोल अभ्यारण्य क्षेत्र के गेम रेंजर का कहना है कि हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और इसकी सूचना प्रसारित कर,ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है।
गेम रेंजर ने ग्रामीणों से अपील किया है कि हाथियों से दूरी बनाए रखे और जंगल की ओर जाने से बचे। प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों ने बताया की हाथियों के इस बड़े दल में छोटे हाथी और दंतैल हाथी भी शामिल हैं। ग्रामीणों ने बताया कि लगातार खदेड़े जाने से हाथियों का यह दल दो भागों में विभक्त हो गए हैं। इससे,ग्रामीणों की परेशानी और बढने की आशंका जताई जा रही है। अभ्यारण्य क्षेत्र में हाथियों की हलचल बढ़ने से कुनकुरी और बगीचा वन परिक्षेत्र में भी वन विभाग सतर्क हो गया है।
हाथियों के इस दल ने कलिया में जमकर उत्पात मचाया है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार हाथियों ने किसान डमरूधर यादव,बालेश्वर यादव,रतन यादव सहित ७ किसानों की दाल की फसल को नुकसान पहुंचाया है। इसके साथ ही सस्तु राम के घर को भी क्षतिग्रस्त किया है।