रायपुर: छत्तीसगढ़ में वोटर लिस्ट (voter list) संशोधन को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच अब तीखी बहस छिड़ गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने वोट चोरी कर के राज्य में सरकार बनाई है। बघेल ने दावा किया कि इस पूरी प्रक्रिया में निर्वाचन आयोग की भूमिका संदिग्ध है।
बघेल ने बिलासपुर में एक बयान में कहा, “राहुल गांधी ने वोट चोरी के खिलाफ ठोस सबूत पेश किए थे, जिसके बाद यह पूरे देश में चर्चा का विषय बना। बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में चोरी के वोटों के आधार पर सत्ता हासिल की है।”
इन आरोपों पर छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव ने पलटवार करते हुए कहा, “कांग्रेस के नेताओं की बुद्धि पर तरस आता है। सत्ता में रहते हुए ये कभी आरोप नहीं लगाते, लेकिन विपक्ष में आते ही EVM से लेकर वोटर लिस्ट तक हर प्रक्रिया पर सवाल उठाने लगते हैं। वोटर लिस्ट तैयार करने की पूरी वैधानिक प्रक्रिया है, और अब इस पर सवाल उठाना समझ से बाहर है।”
साव ने आगे कहा कि चुनाव के बाद वोटर लिस्ट पर सवाल उठाने का कोई मतलब नहीं है। “जब कांग्रेस हारती है, तो वे हमेशा मुद्दा बनाते हैं। EVM के बाद अब वोटर लिस्ट को लेकर वे भ्रम फैला रहे हैं। लेकिन जनता समझदार है, और वे कांग्रेस के बहकावे में नहीं आएंगे।”
इस विवाद ने राज्य की राजनीति को और गरमा दिया है, जहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है।