रायपुर। अरुण साव तथा विजय शर्मा ने छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री (Deputy Chief Minister) के रूप में शपथ ली है जबकि संवैधानिक प्रावधान में उप मुख्यमंत्री का पद नहीं है। पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर (Former cabinet minister Mohammad Akbar) ने इस पर सवाल उठाए हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा है कि संवैधानिक प्रावधान यह है कि मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल करेगा तथा अन्य मंत्रियों की नियुक्ति मुख्यमंत्री की सलाह पर राज्यपाल करेगा परंतु किसी राज्य के मंत्री परिषद में मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की कुल संख्या उस राज्य की विधानसभा के सदस्यों की कुल संख्या के पंद्रह प्रतिशत से अधिक नहीं होगी।
संविधान में उप मुख्यमंत्री का पद नहीं है इसलिए उप मुख्यमंत्री के पद व गोपनीयता की शपथ का कोई औचित्य नहीं है। ऐसी शपथ विधि की दृष्टि में शून्य है। संविधान की तृतीय अनुसूची में पद व गोपनीयता की शपथ का स्पष्ट प्रारूप है। (प्रतियां संलग्न) चूंकि अरुण साव तथा विजय शर्मा ने मंत्री पद की शपथ नहीं ली है इसलिए उप मुख्यमंत्री के रूप में इनके द्वारा किया गए कार्य असंवैधानिक है।
उप मुख्यमंत्री का पद संवैधानिक नहीं होता, संविधान में भी 'मिनिस्टर ऑफ स्टेट' का ही जिक्र है, चूंकि श्री अरुण साव एवं श्री विजय शर्मा ने मंत्री पद की शपथ नहीं ली है इसलिए उप मुख्यमंत्री के रूप में इनके द्वारा किए गए कार्य औचित्यहीन है – श्री मो. अकबर pic.twitter.com/yYUiDU954C
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) December 27, 2023
इधर बीजेपी ने कसा तंज
बीजेपी ने कहा, आज पूर्व मंत्री अकबर जो उपमुख्यमंत्री शपथ पर सवाल उठा रहे हैं। बीजेपी पूछ रही है कि जब टीएस सिंहदेव डिप्टी सीएम बने थे, तो उन्होंने संवैधनिक नियमाें की दुहाई देने क्यों डर रहे थे। प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने कहा, क्योंकि गांधी परिवार ने डिप्टी सीएम बनाया था। उस समय वह सो रहे थे क्या? यही कारण है कि कांग्रेस नेताओं के दोहरा चरित्र के चलते कांग्रेस की नैया डूब गई। कांग्रेस अपनी हार नहीं पचा पा रहे हैं इसलिए वे अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। कांग्रेस आज गुटबाजी और वर्चस्व की लड़ाई में खत्म हो गई है।
पांच साल तक कांग्रेस पार्टी गांधी परिवार के लिए एटीएम का काम कर रही थी। यहां जनता के पैसा में भ्रष्टाचार कर सिर्फ गांधी परिवार की तिजोरी भरने में ही पूरे पांच साल लगा दिए। मोहम्मद अकबर के इस बयान से साबित हो चुका है कि कांग्रेस ने बिना संवैधानिक पद डिप्टी सीएम बनाया था। यानी जनता के साथ ही कांग्रेस ने जनता को ठगने का काम किया था। जिसका सबक जनता ने दे दिया है।
यह भी पढ़ें : मरकाम बोले, BJP सरकार अडानी के लिए ‘हसदेव अरण्य’ में कटवा रही पेड़