छत्तीसगढ़ सियासत की गिरफ्त में आया जी-20 समिट, पढ़ें, कांग्रेस ने क्यों रमन राज पर बोला हमला
By : madhukar dubey, Last Updated : December 11, 2022 | 9:15 pm
सुशील आनंद शुक्ला ने रमन राज की आलोचना की
इन राजनीतिक श्रेय के बीच कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला का एक बयान सामने आया है। उन्होंने प्रदेश की पिछली सरकार की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इसके बहाने पिछली रमन सरकार को घेरकर हमला बोल दिया है। उन्हें सवालों के कटघरे में खड़ाकर यहां तक कह दिया कि रमन राज में लोग डरकर छत्तीसगढ़ नहीं आते थे। कहा कि जी२० का सम्मेलन, छत्तीसगढ़ मॉडल की अंर्तराष्ट्रीय गूंज है। जिस छग में रमन राज में नक्सल आतंक के कारण लोग आने से परहेज करते थे आज वहां जी २० सम्मेलन हो रहा है यह भूपेश सरकार की उपलब्धि है। भारत सरकार भी छत्तीसगढ़ मॉडल को दुनिया के सामने रख रहा है। किसी भी देश में जब कोई अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन या बैठक होती है। उसी स्थान का चयन किया जाता है जो उस देश में सर्वोत्तम हो ताकि मेजबान देश की अंर्तराष्ट्रीय छवि और निखरे। केन्द्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी ने भी यह मान लिया छत्तीसगढ़ सरकार के काम पूरे प्रदेश के सर्वोत्तम है तथा छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाएं देश की अन्य राज्यों से बेहतर है।
बोले, यह भूपेश सरकार की बड़ी उपलब्धि
कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पिछले ४ साल में छत्तीसगढ़ में इतना परिवर्तन हो गया कि जिस छत्तीसगढ़ में देश के दूसरे प्रांतो के लोग इसलिये आने से हिचकते थे कि यहां नक्सल आतंक है। उसी छत्तीसगढ़ में आज अंर्तराष्ट्रीय बैठक होने जा रही है। रमन राज के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री स्व.अजीत जोगी के कैलिपर्स (कृत्रिम अंगों का साइज) का नाप लेने न्यूजीलैंड के इंजीनियर छत्तीसगढ़ नहीं आ रहे थे। उन्होंने उनका नाप दिल्ली में लिया था। आज उसी छत्तीसगढ़ में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच होने जा रहा जी २० की बैठक होने जा रही है, यह भूपेश सरकार की बड़ी उपलब्धि है।
बीजेपी के इस बयान पर कांग्रेस ने किया पलटवार
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने जी-२० की बड़ी बैठक छत्तीसगढ़ में सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है। अपने बयान में उन्होंने कहा- इससे राज्य की संस्कृति और अतिथि देवो भव की भावना का दुनिया भर में फैलाव होगा। छत्तीसगढ़ की संस्कृति की सुगंध, छत्तीसगढ़ की माटी की महक दूर देशों से पधारने वाले देवतुल्य अतिथियों के माध्यम से और अधिक विस्तारित होगी। हमारी अनूठी संस्कृति धर्म दर्शन अध्यात्म का प्रसार नए सोपान छुएगा।