नहीं पसीजे ‘हाकिम’, सैकड़ों विधवा ‘महिलाओं’ ने ‘मुंडवाए’ बाल

पति तो दुनिया छोड़कर चले गए, अब किसके सहारे गृहस्थी चलाएं। एक आस थी, भूपेश (Bhupesh) सरकार से वे सुनेंगे।

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  • Updated On - February 28, 2023 / 12:17 PM IST

छत्तीसगढ़। पति तो दुनिया छोड़कर चले गए, अब किसके सहारे गृहस्थी चलाएं। एक आस थी, भूपेश (Bhupesh) सरकार से, वे सुनेंगे। हमारे पति की जगह नौकरी दिलवा देंगे। लेकिन वह भी आस टूटती जा रही है। क्या करें, कुछ समझ में नहीं आ रहा है। अब यही है कि सिर के बाल ही मुंडवा दें। क्योंकि एक महिला के बाल ही उसके लिए गहना होता है। इसलिए अब इसे भी छोड़ रहे हैं। ताकि उनका ध्यान हम लोगों की मांग की ओर जाए।

ये शब्द, बूढ़ा तालाब पर धरने पर बैठीं शिक्षाकर्मियों (education workers) की विधवाओं के हैं। उनका धरना और आंदोलन करीब 120 दिनों से जारी है। बावजूद सरकार ने अनुकंपा नियुक्ति के बारे में आश्वासन नहीं दिया है।

सोमवार को वे सामूहिक रूप से अपने सिर के बाल ही मुंडवा दिए।। जहां उनके आंखों में आंसू थे। बड़े दुख के साथ सरकार के नहीं सुनने के विरोध में अपने सिर के बाल मुंडवा रहीं थीं।

इस मौके पर बीजेपी के कुछ पदाधिकारी भी पहुंचे थे। बता दें, रायपुर मं दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर 20 अक्टूबर से धरने पर है। अपनी मांग को लेकर विधवा महिलाओं ने विरोध के कई तरह के हथकंडे अपना चुकी हैं। इसके बावजूद अभी तक कोई ठोस पहल नहीं हुई है।

बीजेपी ने इस तस्वीर को अपने ट्विटर पर पोस्ट किए

आज इस वाक्या को बीजेपी ने अपने ट्विटर पर पोस्ट किया। जहां इनकी अनुकंपा नियुक्ति नहीं होने पर भूपेश सरकार से सवाल पूछे। इसके साथ ही इन विधवाओं को समर्थन देने का ऐलान भी।