छत्तीसगढ़। (Janata Congress Chhattisgarh) विधानसभा के चुनावी मैदान में उतरने के लिए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ अपनी राह तलाशने में जुट गई है। इसके लिए अब पार्टी ने जोर आजमाइश करने लगी है। छत्तीसगढ़ में अपनी राजनीतिक जमीन तैयार करने की पार्टी की सबसे बड़ी चुनौती है।
(Amit Jogi) पिछले बार जोगी कांग्रेस ने बसपा के साथ मिलकर गठबंधन किया था लेकिन कोई खास फायदा नहीं मिला था। कांग्रेस की जबरदस्त लहर के बावजूद जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने 5सीटें जीतीं। बसपा को भी दो सीटें मिली थीं। लेकिन यह गठबंधन स्थायी नहीं रहा। लोकसभा चुनाव में जोगी ने बसपा से हाथ खींच लिए।
बाद में कहा जाने लगा कि जनता कांग्रेस अब किसी से गठबंधन नहीं करेगी। लेकिन जैसे ही चुनावी साल की शुरूआत हुई तो एक बार फिर जोगी कांग्रेस महागठबंधन की तलाश में जुटी है। कोर कमेटी ने समान विचारधारा वाली पार्टी अथवा पार्टियों से गठबंधन के लिए JCCJ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी को अधिकृत कर दिया है। यानी अमित जोगी अपनी ओर से गठबंधन की बातचीत कर पाएंगे।
तीसरे संकल्प के रूप में तय हुआ कि पार्टी के पदाधिकारी और सदस्य लोगों के बीच जाकर विधानसभा स्तरीय समस्याओं की सूची तैयार करेंगे। इसे कांग्रेस सरकार के विरुद्ध “आरोप पत्र” यानि “चार्जशीट” का रूप दिया जायेगा। प्रत्येक विधानसभा में विशाल जन अदालत लगाकर, ‘चार्जशीट’ दाखिल की जाएगी। इन जन अदालतों में कांग्रेस सरकार को इस बार सत्ता नही सजा देने यानी वोट न देने का फैसला किया जाएगा।
पहला प्रस्ताव अमित जोगी की जन अधिकार पदयात्रा को लेकर था। तय हुआ कि इसे सभी जिलों में निकाला जाएगा। इसके लिए सभी जिलाध्यक्षों को बैठक कर फरवरी महीने के अंत तक यात्रा की रूपरेखा बना लें। तय हुआ कि यह यात्रा मार्च में होली के बाद से शुरू कर दी जाएगी।
दूसरा संकल्प गठबंधन से जुड़ा थ। कहा गया, छत्तीसगढ़ में दोनों राष्ट्रीय दलों के विरुद्ध एक मजबूत विकल्प देना है। ऐसे में समान विचारधारा वाले अन्य दलों से बातचीत करने तथा गठबंधन की संभावनाओं पर अंतिम निर्णय लेने के लिए पार्टी अध्यक्ष अमित जोगी को अधिकृत करता है।
रायपुर के सिविल लाइंस स्थित जोगी परिवार के निवास सागौन बंगले में पार्टी की केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी ने इसकी अध्यक्षता की। इसमें प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी, ऋचा जोगी, महामंत्री महेश देवांगन सहित सभी वरिष्ठ नेता शामिल रहे। इस दौरान तीन महत्वपूर्ण संकल्प प्रस्ताव पारित हुए।