छत्तीसगढ़। (Bhupesh) चुनावी मौसम में भूपेश ‘काका’ अब पूरे फुल फार्म में आ गए है। छत्तीसगढ़ की सियासत में दखल रखने के बाद अब वो केंद्र की राजनीति में अपनी सोच व्यक्त करने लगे हैं। ऐसा इसलिए भी क्योंकि भूपेश सरकार के कामकाज की गूंज अब पूरे देश में सुनाई दे रही है। जिसे कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व भी तज्जबों देने लगा है। यही कारण भी था, छत्तीसगढ़ भूपेश सरकार के चुनावी घोषणओं को हिमाचल प्रदेश के चुनाव में लागू किया गया। नतीजा, कांग्रेस वहां सत्ता में आई। इससे यह साबित हो चुका है कि अब भूपेश कांग्रेस के लिए सिर्फ छत्तीसगढ़ ही नहीं, पूरे देश का चेहरा बनने की कूबत रखते हैं। यही वजह भी है कि जब मोदी सरकार के कामकाज को भी भूपेश बघेल गाहे-बगाहे निशाना साधने में नहीं चूकते। आज वे मीडिया से चर्चा करते समय अपने अंदाज में पीएम मोदी (PM Modi) के सीना ठोकर बात करने की शैली पर प्रहार करते हुए सियासी ताल ठोकने से नहीं चूके।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उद्योगपति गौतम अडानी के मामले पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाया है। भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मैनपाट जाने से ठीक पहले रायपुर में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि, गुरुवार को राज्यसभा में हमारे ७० प्लस उम्र के प्रधानमंत्री ने सीना ठोक कर बात की, मगर जो बात कहनी थी उस पर कोई चर्चा नहीं किए।
मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, देश जो सुनना चाहता है उस पर प्रधानमंत्री बात नहीं करते हैं। अडानी के बारे में एक शब्द उन्होंने नहीं कहा। एलआईसी के पैसे डूब रहे हैं, एसबीआई के पैसे फंसे हुए हैं। इसके बारे में प्रधानमंत्री ने एक भी शब्द नहीं कहा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आगे कहा , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीना ठोककर बात की, अच्छा लग रहा था, ७० प्लस होने के बाद भी दमखम बाकी है । लेकिन सवाल इस बात का है कि देश जो सुनना चाहता है वह बात नहीं की, आखिर अडानी दूसरे नंबर से खिसक कर २३वें नंबर पर कैसे पहुंच गए, और जो ६०९ नंबर से दूसरे नंबर पर कैसे पहुंच गए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरोप लगाया, अडानी को समृद्ध बनाने के लिए देश में आईटी और सीबीआई का गलत इस्तेमाल हुआ। जिन जगहों पर ईडी और आईटी की रेट पड़ी वहां की संपत्तियों को अडानी ने खरीद लिया। भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मित्र को समृद्ध बनाने के लिए ऐसा किया।
राजभवन के नोटिस और आरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल जी का मैं सम्मान करता हूं, लेकिन राज्य के लोगों के हित की बात है खासकर नौजवानों के हित की बात है क्योंकि आरक्षण का लाभ इसी वर्ग को मिलना है। चाहे एसटी हो एससी हो चाहे ओबीसी हो या ईडब्ल्यूएस।
राजभवन पर सवाल उठाते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी के हाथों में खेल रहा है राजभवन। जोकि दुर्भाग्य जनक है। यदि विधानसभा में जो बिल पारित हो या तो उसे लौटा दे या तो उस पर हस्ताक्षर करें या अनंत काल के लिए अपने पास रखें इसी बात को मैंने बार-बार कहा । क्योंकि राज्यपाल संवैधानिक प्रमुख हैं इसलिए उनके निर्णय की उम्मीद की जाती है
व्यक्तिगत तौर पर मैं राज्यपाल जी का बहुत सम्मान करता हूँ, वो मेरी बड़ी बहन हैं। @GovernorCG
लेकिन राजभवन भारतीय जनता पार्टी के हाथों में खेल रहा है, यह हमारे युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। pic.twitter.com/vdMwS0KwFe
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) February 10, 2023