पूर्व CM रमन सिंह बोले, लोकतंत्र के मूल्यों की सुरक्षा में मीडिया की अहम भूमिका
By : madhukar dubey, Last Updated : November 16, 2022 | 7:48 pm
खींचो न कमान, न तलवार निकालो जब तोप मुकाबिल हो तब अखबार निकालो
खींचो न कमान, न तलवार निकालो जब तोप मुकाबिल हो तब अखबार निकालो.’- अकबर इलाहाबादी की ये मशहूर पक्तियां प्रेस की ताकत और महत्व को बताती हैं। आजादी से लेकर अब तक भारत में प्रेस की अहम भूमिक रही है। भारत में ब्रिटिश राज के दौरान क्रांतिकारियों का सबसे बड़ा हथियार प्रेस रहा. मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है। भारत में प्रेस को वॉच डॉग और भारतीय प्रेस परिषद को मोरल वॉच डॉग कहा जाता है। किसी भी देश में प्रेस की आजादी को उस देश के लोकतंत्र का आईना कहना गलत नहीं होगा।
लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारिता को समर्पित #NationalPressDay पर सभी मीडिया कर्मियों को हार्दिक शुभकामनाएं।
लोकतंत्र के मूल्यों की सुरक्षा में मीडिया ने सदैव अहम भूमिका निभाई है।
मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी साथी आगे भी पूरी निडरता और निष्पक्षता से कार्य करते रहेंगे। pic.twitter.com/7jBbL8n6zI
— Dr Raman Singh (@drramansingh) November 16, 2022
जानें राष्ट्रीय प्रेस दिवस से जुड़ी बातें
प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया एक वैधानिक और अर्ध-न्यायिक प्रतिष्ठान की स्थापना के उपलक्ष्य में देश भर में हर साल 16 नवंबर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाया जाता है. भारतीय प्रेस परिषद ने इस दिन काम करना शुरू किया था. यह दिन भारत में एक स्वतंत्र और जिम्मेदार प्रेस की उपस्थिति का प्रतीक है. विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पत्रकारों को समाज का आईना कहा जाता है, जो सच्चाई दिखाता है।