छत्तीसगढ़। विधानसभा सत्र (assembly session) के तीसरे दिन भी सदन में गरमा-गरमी रही। जहां सत्ता पक्ष अपने कामकाज का लेखा-जोखा सदन के पटल रख रहा था। दूसरी ओर बीजेपी के विधायक हंगामा करते रहे। वहीं मंत्री अमरजीत भगत और बीजेपी के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर (Ajay Chandrakar) में तीखी नोकझोंक हो गई।
अजय चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ ओलिंपिक को लेकर सवाल पूछा था, किस आधार पर चयन किया गया है?। कितने खेल छत्तीसगढ़ के थे ?। क्या खेल के विजेताओं को नौकरी देंगे ?। क्या मान्यता के लिए चिठ्ठी लिखेंगे। उनके इस सवाल को लेकर बहस शुरू हो गई। जिस पर सत्ता पक्ष के मंत्रियों और विधायकों ने अजय चंद्राकर को घेर लिया। भगत ने पूछा कि छत्तीसगढ़िया की बात होती है तो क्यों अजय चंद्राकर को तकलीफ होती है।
फिर क्या था, इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस विधायकों के बीच हो-हल्ला होने लगा। अजय चंद्राकर का कहना था, छत्तीसगढ़ ओलंपिक में विजेता खिलाडि़यों को सरकार को नौकरी देना चाहिए। ताकि आने वाले समय में यहां के खेलों के प्रति लोगों में रूझान पैदा हो सके। कहा, इसकी मान्यता के लिए भी केंद्र को चिट्ठी लिखना चाहिए।