साय ‘बाल नहीं कटवाएंगे’ तो मंत्री भगत ‘मूंछे मुंडवा’ लेंगे!, पढ़ें, क्यों ली ‘प्रतिज्ञा’, देखें, VIDEO

आज सियासत में पूर्व सांसद नंदकुमार साय (Former MP Nandkumar Sai) और मंत्री अमरजीत के बीच जुबानी जंग हुई।

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  • Updated On - March 15, 2023 / 09:24 PM IST

रायपुर। आज सियासत में पूर्व सांसद नंदकुमार साय (Former MP Nandkumar Sai) और मंत्री अमरजीत के बीच जुबानी जंग हुई। जहां दोनों ने एक-दूसरे को चुनौती देते हुए बाल और मूंछ मुंडवाने की प्रतिज्ञा कर डाली।

BJP  नेता नंदकुमार साय ने ये दृढ़ प्रतिज्ञा ली है कि जब तक प्रदेश से कांग्रेस सरकार नहीं हटती, वे बाल नहीं कटवाएंगे। साय को भरे मंच पर बुलाकर पूर्व सांसद रामविचार नेताम ने यह ऐलान किया था।

इसी बयान पर निशाना साधते हुए मंत्री अमरजीत भगत ने भी ये ऐलान कर दिया है कि अगर इस बार उनकी पार्टी की सरकार नहीं बनती है, तो वे अपनी मूंछ मुंडवा लेंगे। अमरजत भगत ने कहा कि उनकी सरकार ने छत्तीसगढ़ की जनता के लिए बहुत काम किया है, इसलिए कांग्रेस को जीत जरूर मिलेगी।

मंत्री भगत बोले, लंबी-लंबी डींगे हांकने से कुछ नहीं होता

मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि बीजेपी में आदिवासियों का कोई महत्व नहीं है। लंबी-लंबी डींगे हांकने से कुछ नहीं होता। पिछले 15 साल उनकी सरकार थी, हम सभी लोगों ने देखा कि आदिवासियों का हश्र बहुत बुरा हुआ। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष उस वक्त विष्णुदेव साय थे और उन्हें विश्व आदिवासी दिवस यानि 9 अगस्त को ही पद से हटा दिया गया। ये आदिवासियों का अपमान है।

मंत्री भगत ने कहा कि केवल कांग्रेस पार्टी ने ही आज तक आदिवासियों को सम्मान दिया है। देश की आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी ने ही इन्हें आरक्षण दिया। शिक्षा और नौकरी में भी आदिवासी आगे बढ़ रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में आरक्षण का ढांचा ढह गया

अमरजीत भगत ने कहा कि क्यों छत्तीसगढ़ में आरक्षण का संवैधानिक आधार ढह गया है। विधानसभा में 32% आरक्षण के लिए बिल पारित कर राज्यपाल के पास भेजा गया, भारतीय जनता पार्टी का नेता चाहे वह आदिवासी ही क्यों ना हो, एक बार भी राज्यपाल के पास आरक्षण बिल को पारित करवाने के लिए ज्ञापन नहीं दिया। ना उन्होंने ज्ञापन दिया, ना कोई स्टेटमेंट दिया, ना ही केंद्रीय मंत्री या प्रधानमंत्री-राष्ट्रपति से इस बारे में बात की। आरक्षण को रोकने में बीजेपी मुख्य भूमिका निभा रही है।