छत्तीसगढ़। देश में आदिवासियों के लिए मंत्री कवासी लखमा (Minister Kawasi Lakhma) अलग धर्म कोड की मांग (religion code demand) को लेकर छत्तीसगढ़ के आदिवासी दिल्ली कूच करेंगे और राष्ट्रपति से मिलकर आदिवासियों के लिए अलग धर्म कोड की मांग रखेंगे। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के शहीद स्मारक भवन में आयोजित अनुसूचित जनजाति सम्मेलन में यह फैसला लिया गया है।
कार्यक्रम में पहुंचे प्रदेश के आदिवासी मंत्री कवासी लखमा का कहना है कि जिस तरह से जैन धर्म का अलग कोड दिया गया है, उसी तरह आदिवासी भी अपने लिए अलग धर्म कोड की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आदिवासी हिन्दू नहीं है। यहां के मूल निवासी आदिवासी हैं,जंगल और पहाड़ की रक्षा करने वाले आदिवासी हैं। इसलिए 20 अप्रैल के आसपास प्रदेशभर से आदिवासी दिल्ली जाकर राष्ट्रपति से अलग धर्म कोड की गुहार लगायेंगे।
मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा जब गांधी परिवार से किसी की सदस्यता समाप्त की गयी हो। इससे पहले इंदिरा गांधी की भी लोकसभा सदस्यता समाप्त की गयी थी। सोनिया गांधी पर भी जब लाभ के पद का आरोप लगा तब उन्होंने भी इस्तीफा दिया और दो बार खुद उन्होंने प्रधानमंत्री के पद को स्वीकार नहीं किया। वहीं राहुल गांधी ने भी इससे पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद स्वीकार करने से इंकार कर दिया। कवासी लखमा ने कहा कि गांधी परिवार पद के लिए नहीं लड़ता बल्कि देश के लिए लड़ता है और अब भी लड़ेंगे। आने वाला समय राहुल गांधी का होगा।