जब मंत्री ताम्रध्वज साहू इंजीनियरों पर भड़के, बोले AC केबिन छोड़कर सुधारों खराब सड़कें
By : madhukar dubey, Last Updated : November 11, 2022 | 5:49 pm
छत्तीसगढ़। जब गृह व लोकनिर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू अपनी विभागीय समीक्षा में इंजीनियरों पर भड़क उठे। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट है कि प्रदेश भर की 4 हजार किलोमीटर की सड़कें जर्जर हो गई हैं। जिसे जल्दी सुधारने के लिए जल्द ही काम किया जाए। नहीं तो संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए विवश होना पड़ेगा। कहा आज आम आदमी शहरी इलाकों की खराब सड़कों की वजह से परेशान है। इन पर चलना तक दूभर हो गया है। कहा कि आप लोग अपने एसी केबिन से मैदानी इलाकों में जाइए। सिर्फ कार्यालय में बैठकर फाइलों का काम निपटाने से ही प्रदेश की सड़कें नहीं सुधरेंगी। निर्माण कार्यों की मानिटरिंग नहीं होने से यहां सड़कों में खामी आई है। इसके जो भी कार्यदायी एजेंसी जिम्मेदार हो, उस पर भी कार्रवाई की जाए।
तय समय सीमा में मरम्मत कराने के दिए निर्देश
बंद कमरे में हुई बैठक में मंत्री ने अफसरों को सड़कों का मेंटनेंस ठीक तरीके से करवाने को कहा। उन्होंने टाइम लिमिट तय कर दिसंबर में खराब सड़कों की मरम्मत का काम पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक में आए मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता और कार्यपालन अभियंता को सप्ताह में 4 से 5 दिन के लिए निरीक्षण करने के निर्देश दिए। कहा कि, शहरी क्षेत्रों के ज्यादातर सड़कें वाटर लॉगिंग के कारण खराब हुई है, इन सड़कों के किनारे नाली निर्माण किया जाए और जहां नाली में चोक हो उन्हें साफ कराया जाए।
सड़कों को नए सिरे से बनाने पर दिया गया जोर
बैठक में गृह मंत्री ने बताया कि प्रदेश में लगभग 5 हजार किलोमीटर की सड़क सामान्य स्थिति में है। 5 हजार 92 किलोमीटर सड़क पर छोटे-मोटे पेच वर्क की आवश्यकता है। 4700 किलोमीटर की सड़कें जो खराब की स्थिति में है। उसमें पेच वर्क कर ठीक किए जा रहें हैं। इसमें केवल ४३३ किलोमीटर की सड़कें जो ज्यादा खराब है।