जनता कांग्रेस के विधायक धरमजीत सिंह को पार्टी ने किया निष्कासित
अमित जोगी ने लगाया पार्टी तोड़ने का आरोप
रायपुर। छत्तीसगढ़ के दिग्गज नेता और छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (छ ज कां) के विधायक धरमजीत सिंह को पार्टी नेतृत्व ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पार्टी की ओर से जारी बयां में कहा गया है कि धरमजीत सिंह पार्टी कि क्षेत्रीय विचारधारा को मिटाने का काम कर रहे थे। पार्टी कि राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती रेनू जोगी और उनके पुत्र अमित जोगी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष चरण दास महंत से मुलाकात कर उन्हें एक पत्र भी सौंप दिया है जिसमे यह कहा गया है अब सदन में पार्टी कि नेता श्रीमती रेनू जोगी होंगी।
बीते कुछ समय से यह चर्चा जोरों पर थी कि विधायक धर्मजीत सिंह भाजपा में प्रवेश करने वाले है। सभी जानते हैं कि धरमजीत सिंह के भाजपा नेताओं से गहरे सम्बन्ध है। पार्टी नेता अमित जोगी भी यह आरोप लगा चुके हैं कि धरमजीत सिंह छत्तीसगढ़ के एकनाथ शिंदे बनने जा रहे थ। प्रदेश में जोगी कांग्रेस के पांच विधायक थे लेकिन पार्टी के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी तथा एक अन्य विधायक देवव्रत सिंह के निधन के बाद हुए उप चुनावों में इन दोनों सीटों पर कांग्रेस का कब्ज़ा हो गय। अब विधानसभा में पार्टी के तीन विधायक हैं रेनू जोगी, धरम जीत सिंह और प्रमोद शर्मा।
पार्टी के सूत्रों का कहना है कि विधायक धर्मजीत सिंह और बलौदा बाजार के विधायक प्रमोद शर्मा महाराष्ट्र में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की तरह जनता कांग्रेस जोगी पर अपना दावा करते और बाद में चुनाव के वक्त भाजपा में शामिल हो जाते और इन दोनों नेताओं की भाजपा के शीर्ष नेताओं से चर्चा भी हो चुकी थी। गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस ने भाजपा और कांग्रेस खासी चुनौती दी थी। अगर इस पार्टी में टूट होती तो भाजपा को अगले चुनाव में इसका फायदा भी मिलता, जानकारों का कहना है कि ये दोनों नेता अभी भी भाजपा में शामिल हो सकते है और संख्या के हिसाब से इन पर दलबदल कानून भी नहीं लगेगा। बहरहाल , अजीत जोगी के निधन के बाद छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस का भविष्य डगमगा तो रहा है आने वाले समय में पार्टी में और भी बिखराव से इंकार नहीं किया सकता।