दूरस्थ आदिवासी अंचलों को स्वास्थ्य की नई राह मुख्यमंत्री साय ने 57 मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहनों को दिखाई हरी झंडी

मोबाइल मेडिकल यूनिटों के संचालन से विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों तक नियमित स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने की तैयारी पूरी कर ली गई है।

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  • Publish Date - December 31, 2025 / 03:44 PM IST

रायपुर: दूरस्थ और घने वनांचल वाले आदिवासी क्षेत्रों में अब स्वास्थ्य सेवाएं लोगों के दरवाजे तक पहुंचेंगी। प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान पीएम जनमन के तहत बुधवार को नवा रायपुर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) ने 57 मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल सहित मंत्रिमंडल के सदस्य जनप्रतिनिधि और विभागीय अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

मोबाइल मेडिकल यूनिटों के संचालन से विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों तक नियमित स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। सरकार का मानना है कि दुर्गम अंचलों में रहने वाले समुदायों को अस्पताल तक पहुंचने में होने वाली परेशानियों को देखते हुए यह व्यवस्था स्वास्थ्य सुविधाओं को सीधे गांवों और बसाहटों तक पहुंचाएगी।

इन मोबाइल मेडिकल यूनिटों के माध्यम से प्रदेश के 18 जिलों के 2100 से अधिक गांवों और बसाहटों को कवर किया जाएगा। इससे दो लाख से अधिक विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह की आबादी को सीधा लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि पहाड़ी और दुर्गम इलाकों में रहने वाले परिवारों के लिए अब इलाज और जांच की सुविधा गांव में ही उपलब्ध होगी। उन्होंने इस पहल को आदिवासी समुदायों की सर्वांगीण भागीदारी और स्वास्थ्य सुरक्षा का मजबूत आधार बताया।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए यह गर्व का दिन है। राज्य की तीन करोड़ आबादी में विशेष पिछड़ी जनजाति के लगभग दो लाख तीस हजार लोग 18 जिलों के 2100 बसाहटों में निवास करते हैं। यह मोबाइल मेडिकल यूनिट उनके लिए वरदान साबित होगी। इन पूरी तरह सुसज्जित 57 मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से डॉक्टर नर्स लैब टेक्निशियन और स्थानीय वालंटियर सेवाएं देंगे। यूनिट में 25 प्रकार की जांच सुविधाएं और 106 तरह की दवाएं निःशुल्क उपलब्ध रहेंगी।

मुख्यमंत्री साय ने इस योजना के लिए स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल सीजीएमएससी के अध्यक्ष दीपक म्हस्के सहित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि विशेष पिछड़ी जनजातियों के उत्थान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय लगातार प्रयास कर रहे हैं। यह मोबाइल मेडिकल यूनिट उन सुदूर वनांचलों के लिए हैं जहां स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच सीमित है। आज 57 मोबाइल मेडिकल यूनिट पूरे प्रदेश को समर्पित की गई हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को साकार करेंगी। उन्होंने इस पहल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया।

स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर 2023 को विशेष पिछड़ी जनजातियों के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए पीएम जनमन योजना की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य बुनियादी सुविधाओं को सीधे बसाहटों तक पहुंचाना है। आपात स्थिति में मरीजों को इन यूनिटों के माध्यम से नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाना आसान होगा। प्रत्येक मोबाइल मेडिकल यूनिट में डॉक्टर नर्स लैब टेक्नीशियन फार्मासिस्ट और स्थानीय स्वास्थ्य स्वयंसेवक तैनात किए गए हैं। ये यूनिट हर 15 दिन में स्वास्थ्य शिविर लगाएंगी जहां 25 से अधिक प्रकार की जांच और उपचार के साथ आवश्यक दवाओं का वितरण किया जाएगा। गंभीर मरीजों को जरूरत के अनुसार नजदीकी स्वास्थ्य संस्थानों में रेफर किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि पहले संसाधनों की कमी के कारण दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं नियमित रूप से नहीं पहुंच पाती थीं। अब नए वाहन और प्रशिक्षित कर्मचारियों की उपलब्धता से यह व्यवस्था लगातार संचालित की जा सकेगी। इससे टीबी मलेरिया एनीमिया और कुपोषण जैसी बीमारियों की समय पर पहचान और रोकथाम में मदद मिलेगी।