मोहन मरकाम बोले, मोदी सरकार के ‘जुमलों’ की तरह ‘अंतरिम बजट 2024’ भी जुमला ही निकला!
By : hashtagu, Last Updated : February 1, 2024 | 9:20 pm
अपना घर चलाने के लिए भी लोगों को जद्दोजहद करना पड़ रहा है आर्थिक तंगी का आलम यह है कि लोग अपनी बीमा पॉलिसी तक सरेंडर कर रहे हैं मगर पूंजीपति मित्रों का लाखों करोड़ों रुपए माफ करने और ’कॉरपोरेट टैक्स’ में लगातार छूट देने वाली मोदी सरकार देश के आम लोगों की “जेब काटने“ और “झूठे जुमले“ सुनाने के अलावा कुछ भी नहीं कर रही है एक तरफ तो केंद्र की मोदी सरकार दावा करती है कि उन्होंने 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला है और दूसरी तरफ 80 करोड़ गरीबो को हर माह 5 किलो राशन दे रही है कहकर अपना पीठ थपथपाती रहती है ये सबसे बड़ा प्रमाण है केंद्र की मोदी सरकार की नाकामियों का और उस पर तुर्रा ये की इस बजट के दौरान उनकी सारी योजनाएं आगामी पांच वर्ष बाद फलीभूत होगी ये कहकर देश की जनता के बीच भ्रम की स्थिति निर्मित कर रही है दरअसल केंद्र की मोदी सरकार द्वारा पेश बजट पूरे देश मे भ्रम का मयाजल बिछाकर आगामी लोकसभा में येन केन प्रकरेण सत्ता हासिल करना है और जनता के हित जनता के विकास से इस बजट का कोई लेना देना नही है यही परिलक्षित कर रहा है लेकिन अब इस देश की जनता इनके मयाजल में फ़सने वाली नही है और इन्हें सत्ता से बाहर का राश्ता दिखाकर करारा जवाब देने का मन बना चुकी है।
यह भी पढ़ें : दीपक बैज बोले, जनता की अपेक्षा के ‘विपरीत’ घोर निराशाजनक बजट!