बीजापुर। (Bijapur) हवाई हमले के लिए मुखबिरी करने के आरोप में नक्सली अदालत ने ताती हड़मा को मौत की सजा (Death Penalty) दे दी। उन्होंने 26 जनवरी से पहले माओवादियों के दक्षिण बस्तर डिविजनल कमेटी की सचिव गंगा ने जारी प्रेस नोट में हत्या की जिम्मेदारी ली।
मामला 11 जनवरी को सुकमा और बीजापुर की सीमा पर माओवादी ठिकानों पर हुए हवाई हमले का. प्रेस नोट में माओवादी नेता ने लिखा- इस हमले के लिए ताती हड़मा ने पुलिस को शेयर किया था। सटीक देेने के लिए लोकेशन माओवादी नेता का आरोप है। वह तीन साल पहले दंतेवाड़ा में 12 पढ़ रहे ताती हड़मा को डरा,धमका और पैसों का लालच देकर पुलिस ने मुखबिर बनाया था।
11 जनवरी के हमले के तुरंत बाद माओवादियों ने पकड़ रखा था। ताती हड़मा को हवाई हमले के बाद उसे मौत की सजा दी गई। स्कूल जाने के नाम पर मोबाइल फोन के जरिये मुखबिरी करने और माओवादी ठिकानों की जानकारी पुलिस तक पहुंचाने का आरोप लगाया है।