छत्तीसगढ़। NIA की मोस्टवांटेड महिला नक्सली (female naxalite) को गिरफ्तार कर लिया गया है। करीब दो सालों से वह एनआईए के निशाने पर थी। जिसे बीजापुर में फोर्स और पुलिस के समन्वय पकड़ लिया गया है। एनआईए की विशेष कोर्ट में पेश करने के बाद इससे पूछताछ जारी है।
बता दें, मामला साल २०२१ का है। तब बीजापुर जिले के ही थाना तर्रेम इलाके के टेकलगुड़ियम गांव से लगे जंगलों में पुलिस टीम पर हमला हुआ था। पहले से ही जंगल में छुपे नक्सलियों ने पुलिस पर फायरिंग की थी। हमलावरों में मड़काम उनगी उर्फ कमला भी शामिल थी।
रविवार को महिला नक्सली के बीजापुर जिले के भोपालपटनम क्षेत्र में छुपे होने की जानकारी एनआईए को मिली। टीम ने छापा मारकर इसे पकड़ा। पकड़ी गई महिला माओवादी के खिलाफ थाना तर्रेम में केस भी दर्ज है। फिलहाल मामले में महिला नक्सली से और भी जानकारी एनआईए जुटा रही है।
३ अप्रैल २०२१ को बीजापुर जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र के टेकलगुड़ा में हुई इस मुठभेड़ में करीब ३५० से ४०० नक्सली शामिल थे। इनमें माओवादियों के बड़े कैडर्स के लीडर भी मौजूद थे। जवानों पर भारी मात्रा में बीजीएस (बैरल ग्रेनेड लॉन्चर) दागा गया था। साथ ही डीआरजी, सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन के जवानों से हथियार भी लूट कर ले गए थे। कोबरा के एक जवान राकेश्वर सिंह मन्हास का अपहरण किया था। जवान के पास से भी हथियार लूट लिए थे।करीब डेढ़ साल पहले हुई इस मुठभेड़ में २२ जवानों की शहादत और ३५ से ज्यादा घायल हुए थे। नक्सलियों ने अपने ञ्जष्टह्रष्ट के दौरान वारदात को अंजाम दिया था।