रायपुर, 17 नवंबर: छत्तीसगढ़ के चित्रकोट में 18 नवंबर को बस्तर विकास प्राधिकरण (Bastar Development Authority) की बैठक आयोजित की गई है, जिसे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने पिकनिक करार दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसी बैठकें आमतौर पर जिला मुख्यालयों में होती हैं, लेकिन यह सरकार इसे पर्यटन स्थल पर कर रही है।
दीपक बैज ने टिप्पणी की कि यह साल में होने वाली पहली बैठक है, और वह भी पर्यटन स्थल पर। उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा सरकार चाहे जो निर्णय ले ले, लेकिन इससे होगा क्या, जब सरकार के पास पैसे ही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर बैठक में कोई कार्ययोजना तय भी होती है, तो उसे अमल में कैसे लाया जाएगा। यह बैठक नहीं, बल्कि भाजपा नेताओं के लिए पिकनिक है।
कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि एक साल बीतने के बाद अब जाकर यह बैठक हो रही है, जबकि अब तक कार्ययोजना तैयार हो जानी चाहिए थी। उन्होंने बताया कि 5 साल पहले निर्धारित लक्ष्यों की समीक्षा और अब तक की प्रगति का मूल्यांकन होना चाहिए था।
बस्तर, जो सात जिलों का बड़ा क्षेत्र है, अभी भी विकास से वंचित है। इसे समान रूप से आगे बढ़ाने के लिए प्राधिकरण का गठन किया गया था। कांग्रेस सरकार ने स्थानीय विधायक को इसका अध्यक्ष बनाया था, जबकि भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री स्वयं अध्यक्ष हैं।
भाजपा सरकार के बनने के बाद यह पहली बैठक है, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, प्राधिकरण की उपाध्यक्ष लता उसेंडी और अन्य नेता शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि बैठक में बस्तर क्षेत्र में विकास के लिए बजट और योजनाओं पर चर्चा की जाएगी।
इस बैठक में संभाग के सभी जिलों की विकास योजनाओं, अनुसूचित जनजाति वर्ग के हितों और जनजाति विकास की नीतियों पर विचार-विमर्श होगा। इसमें मुख्यमंत्री के साथ गृह, स्वास्थ्य, वन, खाद्य, पंचायत, कृषि, ऊर्जा, स्कूल शिक्षा, जल संसाधन, जनसंपर्क, सहकारिता, और महिला एवं बाल विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे।