छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2025: नई विधानसभा में ई-व्हीकल से पहुंचेंगे पीएम मोदी, 5 हजार जनप्रतिनिधियों को करेंगे संबोधित

प्रधानमंत्री विधानसभा प्रांगण में आयोजित भव्य कार्यक्रम को संबोधित करेंगे, जिसमें राज्यभर के नगरीय निकायों, जिला और जनपद पंचायतों के लगभग 5 हजार जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।

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  • Updated On - November 1, 2025 / 12:09 PM IST

नवा रायपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ की राजधानी नवा रायपुर में शनिवार, 1 नवंबर का दिन ऐतिहासिक बनने जा रहा है। राज्य स्थापना दिवस (foundation day) और रजत जयंती समारोह के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश को कई नई सौगातें देंगे। वे आज नए विधानसभा भवन, डिजिटल जनजातीय संग्रहालय और ब्रह्माकुमारी संस्थान के भव्य ‘शांति शिखर’ ध्यान केंद्र का लोकार्पण करेंगे। इन सभी कार्यक्रमों के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

नए विधानसभा भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ई-व्हीकल से पहुंचेंगे। वे विधानसभा परिसर में गेट नंबर 1 से प्रवेश करेंगे, जबकि अन्य नेताओं के लिए गेट नंबर 3 निर्धारित किया गया है। भवन में प्रवेश के बाद प्रधानमंत्री सबसे पहले भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इसके पश्चात वे परिसर में अपनी मां के नाम पर रुद्राक्ष का पौधा लगाएंगे।

प्रधानमंत्री विधानसभा प्रांगण में आयोजित भव्य कार्यक्रम को संबोधित करेंगे, जिसमें राज्यभर के नगरीय निकायों, जिला और जनपद पंचायतों के लगभग 5 हजार जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। नवा रायपुर के सभी ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों को भी इसमें आमंत्रित किया गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय प्रधानमंत्री को छत्तीसगढ़ भवन का स्मृति चिन्ह (मोमेंटो) भेंट करेंगे। पौधरोपण के बाद प्रधानमंत्री सदन में प्रवेश करेंगे और विधायकों के साथ फोटो सेशन भी होगा।

‘शांति शिखर’ ध्यान केंद्र, जिसे पूरी तरह जनसहयोग और दान से बनाया गया है, 1.5 एकड़ क्षेत्र में फैला है और इसकी वास्तुकला राजस्थानी महल की शैली में की गई है। यह प्रदेश की पहली इमारत है जिसमें प्रेसटेंसाइल बीम तकनीक का उपयोग किया गया है। वर्ष 2018 में शुरू हुआ इसका निर्माण 2023 में पूरा हुआ। इस पांच मंजिला भवन में अत्याधुनिक ऑडिटोरियम, सेमिनार हॉल, मेडिटेशन सेंटर, लाइब्रेरी और अतिथियों के ठहरने की व्यवस्था की गई है।

वहीं, शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक सह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय में छत्तीसगढ़ के 12 प्रमुख आदिवासी विद्रोहों और 2 सत्याग्रह आंदोलनों की झांकी प्रस्तुत की गई है। 14 गैलरियों वाले इस म्यूजियम में हल्बा विद्रोह, सरगुजा विद्रोह, मुरिया विद्रोह, भूमकाल विद्रोह, सोनाखान विद्रोह, झंडा सत्याग्रह और जंगल सत्याग्रह जैसे संघर्षों को जीवंत रूप में दर्शाया गया है।

शुक्रवार देर रात लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला रायपुर पहुंचे। स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने उनकी अगवानी की। राजभवन में राज्यपाल रमेन डेका ने बिरला का स्वागत किया। इसके बाद डॉ. सिंह ने उनके सम्मान में रात्रि भोज का आयोजन किया, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी शामिल हुए।