रायपुर। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में अपनी राजनीति जमीन के दायरे को बढ़ाने में कांग्रेस एक फिर प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के नेतृत्व में जुटी है। उनके मार्गदर्शन में कांग्रेस (Congress) धीरे-धीरे अब विधानसभा चुनावी हार से उबरने की कोशिश में लगी है। इसी कड़ी में आज हुई बैठक में बस्तर से लेकर सरगुजा तक सभी 11 लोकसभा सीटों पर कई दावेदारों ने खुद अपनी ओर से तो कई ने अलग-अलग नेताओं के जरिये अपने नाम को आगे बढ़ाया है। बड़े नेताओं चुनाव लड़ाने पर भी चर्चा हुई जिसमें पूर्व सीएम भूपेश बघेल, पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, डा. चरणदास महंत के नाम शामिल है।
कांग्रेस में चुनाव को लेकर बैठकों का दौर जारी है। स्क्रीनिंग कमेटी के साथ ही चुनाव समिति की बैठक हुई। बैठक के बाद से अब सीटवार कई नाम सामने आ रहे हैं। जिसे चर्चाओं का बाजार गर्म है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोकसभा चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि मैं तो विधायक हूं। मैं प्रदेश भर में घूम-घूमकर प्रचार करना चाहता हूं। मैं समझता हूं कि ये जिम्मेदारी मिलेगी तो ज्यादा अच्छा होगा। बता दें कि पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर ने भूपेश बघेल के नाम का प्रस्ताव रखा था। बता दें कि शुक्रवार को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में भूपेश बघेल के नाम का प्रस्ताव पूर्व मंत्री मो. अकबर ने राजनांदगांव सीट से रखा था। जिसका समर्थन राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सभी विधायकों ने किया।
कांग्रेस की लोकसभावार बैठक लगातार जारी है। वरिष्ठ नेताओं काे लोसकभा चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव रखा गया है। इसमें भूपेश बघेल को राजनांदगांव, ताम्रध्वज साहू को महासमुंद से लड़ाने का प्रस्ताव रखा गया। कांकेर से मोहन मरकाम, जांजगीर से शिव डहरिया को लड़ाने का सुझाव दिया गया। वहीं कोरबा से ज्योत्सना महंत, बस्तर से दीपक बैज का नाम सुझाया गया है। हालांकि भूपेश बघेल ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है।
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