रायपुर। कांग्रेस में चुनावी हार पर अंदरूनी सियासी द्वंद छिड़ी हुई है। कांग्रेस ने पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल (Former minister Jaisingh Aggarwal) को शोकॉज नोटिस (Show cause notice) जारी किया है। अग्रवाल ने कोरबा में एक बैठक लेकर कहा था कि इस चुनाव में कांग्रेस की एकजुटता नहीं थी। इस बार का चुनाव सेंट्रलाइज था। सरकार पिछले चुनाव में मिले जनादेश का कद्र नहीं कर पाई। मंत्रियों को पावर नहीं मिली। एक ताकत केन्द्रीकृत रही और कुछ लोगों के साथ पांच साल सरकार चलाती रही।
कांग्रेस के सीटिंग एमएलए के टिकट काटने पर जयसिंह अग्रवाल ने संगठन के सर्वे पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि विधायकों के परफॉर्मेंस का सर्वे सरकार का मुखिया करवाता है। उस सर्वे पर कभी चर्चा नहीं हुई, जो फर्जी सर्वे था।
जयसिंह अग्रवाल ने बगैर नाम लिए भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए कहा कि खेतों को सुरक्षित रखने के लिए बाड़ा बनाया जाता है, अगर वो बाड़ा ही खेत को खाए तो क्या होगा। मुखिया का ग्रामीण क्षेत्रों पर फोकस रहा और शहरी क्षेत्रों पर ध्यान नहीं दिया गया।
पूर्व मंत्री के मुताबिक जिस तरह से सरकार को जनादेश मिला था, उसके हिसाब से जनता के अनुरूप सरकार काम नहीं कर पाई। कुछ चुनिंदा मंत्रियों को ही लेकर सरकार काम कर थी। किसानों के हित में सरकार ने बहुत काम किया। कहीं न कहीं चूक हुई जिस कारण परिणाम ठीक नहीं रहा।
2018 के चुनाव में जिस तरह से दिग्गज नेताओं ने चुनाव लड़ा और जीत कर सरकार बनाई। इस बार उस हिसाब से काम नहीं हुआ। निश्चित ही इसकी समीक्षा करनी चाहिए।
यह भी पढ़ें : कांग्रेस ने सुनाई खरीखरी! कहा-3100 में ‘धान खरीदी’ पर धोखा दे रही BJP