मंत्री ‘TS’ के दर्द से ‘सियासी’ भूचाल, इसके बहाने ‘बृजमोहन’ की भूपेश को नसीहत, देखें VIDEO
By : madhukar dubey, Last Updated : February 10, 2023 | 6:20 pm
बताया, 2008 में विधायक का चुनाव लड़ा,मन था चुनाव लड़ने का। अगले बार भी चुनाव लड़ने का मन बना नेता प्रतिपक्ष के रूप में काम करने के मौका मिला। तीसरे मौके में भी मंत्री पद का दायित्व मिला। कहा, मुख्यमंत्री बनने की इच्छा तो नही थी, मंत्री बनने की इच्छा थी। अब भावनाएं दबती जा रही है और मन भी दब चुका है। मंत्री पद के बाद भी अपनी सोंच के अनुरूप काम नही कर पाया हूं
कहा, जो वादे किए थे वे काम पूरे नहीं हुए
उन्होंने कहा कि कहा मंत्री पद होने के बाद सोच के अनुरूप नही कर पाया काम। उन्होंने घोषणा पत्र में किये वादों के पूरे न होने पर जताई नाराजगी। कहा – घोषणा पत्र का निर्माण मेरे जरिये किया गया, सभी की सहमति से इसे लागू भी किया गया। लेकिन घोषणा पत्र में किये वादे पूरे करने नही हुए काम। जनता के बीच मे खराब छवि हुई। शराब बंदी को बताया कठिन प्रक्रिया, लेकिन अन्य वादों को किया जा सकता है पूरा। बोले, बेरोजगारी भत्ता दी जा सकती है, पेंशन दी जा सकती है, और भी अनेकों मांग पूरी की जा सकती है, लेकिन नहीं की गई।
TS बाबा के इस VIDEO के नीचे, बृजमोहन का बयान भी देखें
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, सरकार छोड़कर बीजेपी की सरकार बनवाएं TS
इनके इस बयान पर बीजेपी के नेता बृजमोहन अग्रवाल ने भी कहा, इनको चाहिए भूपेश सरकार को छोड़कर बीजेपी की सरकार बनवाने में लगना चाहिए। कहा, वे राजपरिवार से हैं, ठाकुर है। उन्हें भूपेश सरकार को छोड़कर बीजेपी की सरकार बनवाने में लग जाना चाहिए। मंत्री पद में रहते इच्छा अनुसार काम नहीं कर पाने वाले Ts के बयान पर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, हम तो पहले दिन से कह रहे हैं। मुख्यमंत्री पहले अपने मंत्रियों से भेंट मुलाकात कर लें। अपनी मंत्रियों की बात सुन लो,पहले निराकरण कर दो। उसके बाद आप भेंट मुलाकात जाना भेंट मुलाकात भी प्रायोजित है। वहां तो वही लोग रहते हैं जो भूपेश सरकार के कामकाज की तारिफ करे।
बोल जब मंत्री दुखी है तो जनता कितनी दुखी, यह समझ सकते हैं
सिंह देव के चुनाव लड़ने की भावना दबने जाने वाले बयान पर कहा प्रदेश और देश के सिंह देव वरिष्ठ नेता हैं। वरिष्ठ नेता का सरकार में मंत्री रहते इस प्रकार का अपना दुख व्यक्त करना
संसदीय कार्य में कुठाराघात है। इसको कांग्रेस पार्टी को विचार करना चाहिए। भूपेश बघेल की सरकार को भी विचार करना चाहिए। उनके सरकार का ऐसा मंत्री भूपेश बघेल के बाद उनका दूसरा नंबर पर नाम आता है। मंत्री जी दुखी है तो आप समझ सकते हैं जनता कितनी दुखी होगी।