छत्तीसगढ़। भगवा रंग के विवाद में हरियाणा के मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने मुख्यमंत्री (Bhupesh) भूपेश बघेल के बयान को लेकर उन्हें राक्षस बता दिया। इसके बाद फिर तो बयानों की ऐसी महाभारत छिड़ गई है, जिसके शांत होने के अब कोई आसार नहीं दिख रहे।
बता दें, बघेल के एक बयान पर टिप्पणी करते हुए हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कहा, हिंदुस्तान की सनातन संस्कृति का अध्ययन करें तो हर युग में देवता भी रहे हैं और राक्षस भी। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री आज के राक्षस प्रवृत्ति के महानुभाव हैं। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने विज के इस बयान को छत्तीसगढ़ियों का अपमान बताया है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा, भाजपा की विचारधारा में कभी पिछड़ों, आदिवासियों, दलितों और किसानों को लेकर कोई सम्मान रहा ही नहीं है। एक तरफ इनके राज्य प्रभारी नितिन नबीन छत्तीसगढ़ महतारी का अपमान करते हैं। इनकी पूर्व प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी छत्तीसगढ़ियों पर थूकने की बात करती रहीं हैं। वहीं अब इनके नेता अनिल विज एक छत्तीसगढ़िया किसान को राक्षस कह रहे हैं। यह सिर्फ भूपेश बघेल का ही नहीं, सभी छत्तीसगढ़ियों का अपमान है। इस अपमान में प्रदेश भाजपा के नेताओं की मौन सहमति भी शामिल है। आर.पी. सिंह ने कहा, आने वाले चुनाव में छत्तीसगढ़ की जनता अपने इस अपमान का बदला जरूर लेगी।
आरपी सिंह ने कहा, मंत्री अनिल विज को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी का बयान फिर से सुनना चाहिए। उन्होंने भगवा रंग में दोष नजर आने की बात नहीं कही है बल्कि भगवा पहनकर समाज में नफरत फैलाने वाले लोगों के दोष की बात कही है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा है, भगवा त्याग और बलिदान का रंग है। अब आरएसएस-भाजपा के नेताओं ने कौन सा त्याग किया है जो इसे पहन रहे हैं।