CM के एडिटेड वीडियो पर सियासी तूफान, BJP ने FIR की मांग की

मंगलवार को रायपुर शहर जिलाध्यक्ष रमेश सिंह ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा का प्रतिनिधिमंडल एसपी कार्यालय पहुंचा और वीडियो बनाने व फैलाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की।

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  • Updated On - December 11, 2025 / 12:09 AM IST

रायपुर:  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) के भाषण से छेड़छाड़ कर बनाए गए वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद छत्तीसगढ़ में राजनीतिक माहौल गरमा गया है। भाजपा ने इसे कांग्रेस की निम्न स्तरीय राजनीति बताते हुए कहा कि विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वह एडिटेड वीडियो बनाकर जनता को गुमराह कर रही है।

मंगलवार को रायपुर शहर जिलाध्यक्ष रमेश सिंह ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा का प्रतिनिधिमंडल एसपी कार्यालय पहुंचा और वीडियो बनाने व फैलाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। भाजपा नेताओं ने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 2 दिसंबर को रायगढ़ के बोईरदादर में आयोजित एक सामाजिक सम्मेलन में शामिल हुए थे, जहां उन्होंने किसानों और आदिवासी समाज के लिए कहा था कि भविष्य में यदि आदिवासी समाज के युवा उद्योग-धंधे शुरू करना चाहें तो उन्हें एक रुपए प्रति एकड़ की दर से जमीन उपलब्ध कराई जाएगी।

भाजपा का आरोप है कि रायगढ़ निवासी मनीषा गोंड ने मुख्यमंत्री के इस भाषण को एडिट कर उसमें गलत बातें जोड़ीं और वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पार्टी ने दावा किया कि एडिटेड वीडियो को ‘भूपेश है तो भरोसा है’ नाम के फेसबुक पेज पर भी पोस्ट किया गया, जिससे किसानों, आदिवासियों और आम जनता के बीच भ्रम फैला।

भाजपा ने इसे मुख्यमंत्री की छवि धूमिल करने की सुनियोजित राजनीतिक कोशिश बताया और कहा कि यह कृत्य आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता के तहत साफ तौर पर अपराध है, जिस पर तुरंत कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।

रायपुर शहर जिलाध्यक्ष रमेश ठाकुर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश तेजी से विकास कर रहा है, जिसे कांग्रेस बर्दाश्त नहीं कर पा रही। इसलिए वह फर्जी और एडिटेड वीडियो बनाकर लोकतांत्रिक मर्यादाओं को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही है।

शिकायत दर्ज कराते समय एसपी कार्यालय में बड़ी संख्या में भाजपा नेता मौजूद थे। इनमें बृजेश पांडेय, अमित चिमनानी, शताब्दी पांडेय, डॉ. किरण बघेल, रिसिराज पिठवा, अंजनेश शुक्ला, अमित मैशरी, गुंजन प्रजापति, सत्यम दुवा, अकबर अली, नवीन शर्मा, शिवजलम दुबे, पुष्पेंद्र उपाध्याय, राजकुमार राठी, अर्पित सूर्यवंशी, वंदना राठौर, वासु शर्मा और रविन्द्र सिंह शामिल रहे।