राजनांदगांव। लोकसभा चुनाव में खैरागढ़ राजघराने में सियासी पारा चढ़ गया है। पूर्व विधायक स्वर्गीय राजा देवव्रत सिंह (Late Raja Devvrat Singh) की तलाकशुदा पत्नी पदमा सिंह इस वक्त भूपेश बघेल के चुनाव प्रचार में जा रही हैं। जहां उन्हें भूपेश बघेल उनको स्वर्गीय राजा देवव्रत सिंह की असली पत्नी बताकर लोगों से वोट देने की अपील कर रहे हैं। जबकि उन्होंने कांग्रेस की उपेक्षा के चलते उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी । खैरागढ़ से विधायक भी रहे। राजनांदगांव से लोकसभा सांसद और तीन बार विधायक रहे हैं। 2017 में देवव्रत सिंह कांग्रेस पार्टी से अलग होकर अजीत जोगी की पार्टी में शामिल हो गए थे। इसके बाद अब लोकसभा चुनाव में पदमा सिंह राजा स्वर्गीय देवव्रत सिंह की पत्नी को होने के नाते उनके समर्थकों से कांग्रेस के पक्ष में वोट देने की अपील करती दिख रही है।
इसकी जानकारी मिलने पर स्वर्गीय राजा देवव्रत सिंह की दूसरी पत्नी महारानी विभा सिंह (Maharani Vibha Singh) ने कांग्रेस के राजनांदगांव से प्रत्याशी भूपेश बघेल पर सियासी हमला बोलते हुए कहा, भूपेश बघेल एक मौका परस्त व्यक्ति हैं। स्वर्गीय राजा देवव्रत सिंह की उस दूसरी पत्नी को लेकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं, जिन्होंने राजा साहब से अपने तलाक के मुआवजा के रूप में 12 करोड़ रुपए लिए थे। महारानी विभा सिंह ने कहा-राजा स्वर्गीय देवव्रत सिंह जी जब तक कांग्रेस में थे, उनकी उपेक्षा हुई। उन्हें मानसिक रूप से बहुत परेशान किया गया था, जिसके चलते उन्होंने कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया था। उन्होंने कहा कि उनकी तलाकशुदा पत्नी पदमा और कांग्रेस के बहकावें में न आएं देश के बेहतर भविष्य के लिए मोदी जी को सर्पोट करें और बीजेपी को वोट दें।
महारानी विभा सिंह ने कहा, आपको इस विडियो के माध्यम से कुछ बताना चाहती हूं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। वे बार-बार गलत कर रहे हैं। बार-बार जिस तरीके से गलत करके स्वर्गीय देवव्रत सिंह जी के आत्मा को दुख पहुंचा रहे हैं। पदमा जी को चुनाव प्रचार में ले जाकर राजा देवव्रत सिंह की सिम्पैथी लेकर जनता को बरगलाकर वोट लेने का प्रयास भूपेश जी कर रहे हैं। जिस पदमा ने 11 करोड़ रुपए लेकर राजा जी को छोड़ा, बच्चों को छोड़ा, राजनांदगांव व खैरागढ़ क्षेत्र को छोड़ दिया था। जिस पदमा ने 11 करोड़ लेेने के बाद किसी और के साथ घर बसा लिया है। उसे देवव्रत की असली पत्नी बताने का काम भूपेश बघेल कर रहे हैं। उनके नाम पर वोट मांग रहे हैं।
कहा-राजा देवव्रत सिंह जी अपने जीवन के अंतिम समय में कांग्रेस में नहीं थे। फिर भी कांग्रेस और भूपेश बघेल द्वारा इस बहुरूपिया औरत को चुनाव प्रचार में बुलाकर वोट देवव्रत सिंह के नाम पर वोट मांग रहे हैं। मेरे परिवार के नाम पर अपनी राजनीति रोटी सेंक रहे हैं। मेरी जनता से गुजारिश है कि उनके बहकावे न आएं। क्योंकि जिन लोगों ने राजा देवव्रत सिंह को पार्टी में नहीं रहने दिया। उस कांग्रेस पार्टी का समर्थन नहीं करें। इससे राजा जी की आत्मा को दुख पहुंचेगा।
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ रियासत के लाल तेजबहादुर सिंह की बेटी विभा उत्तर प्रदेश के कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिह (राजा भैया) के मौसी की बेटी हैं। इतना ही नहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी उनके रिश्तेदार हैं। महारानी विभा सिंह के पिता तेजबहादुर रमन सिह की पत्नी मीणा सिंह के मामा हैं। देवव्रत सिंह ने पहली शादी पद्मादेवी सिंह से की थी। 2016 में देवव्रत सिंह और उनकी पत्नी का तलाक हो गया था। पत्नी से अलग होने के लिए देवव्रत को करीब 11 करोड़ रुपए चुकाने पड़े थे। इसके बाद दूसरी पत्नी महारानी विभा सिंह बनी। लेकिन अब वे राजनीति में आने के लिए इच्छुक हैं। चर्चा है कि वे भाजपा का दामन थाम सकती हैं।
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