आरक्षण पर पोस्टर वार, उदय हुआ ‘राजभवन’ का नया ‘ठिकाना’!, देखें, बानगी

By : madhukar dubey, Last Updated : January 1, 2023 | 6:54 pm

छत्तीसगढ़। अब छत्तीसगढ़ में (Reservation) आरक्षण को लेकर सियासी लड़ाई अपने चरम पर पहुंच गई है। अभी तक बयानबाजी और twitter पर वार छिड़ा था। लेकिन अब ये सड़क पर भी दिखने लगा है। नए साल की सुबह राजधानी की सड़कों के किनारे चौंकाने वाले पाेस्टर दिखे। जिस पर लिखा था, राजभवन भवन का संचालन केंद्र इधर, यानी इसका संकेत BJP कार्यालय की ओर है। शहर के कई हिस्सों में ऐसे पोस्टर लगाए गए हैं जिनमें लिखा है कि आरक्षण विधेयक के अटक जाने के जिम्मेदार भाजपा के नेता है।

इन पोस्टर्स पर कांग्रेस ने अपनी पार्टी का नाम या चिन्ह नहीं लगाया है। सूत्रों के मुताबिक शहर भर में इसी तरह के पोस्टर लगाने की यह सियासी रणनीति कांग्रेस की है। लेकिन कांग्रेस इससे इंकार कर रही है। पर भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस ने ही ये पोस्टर लगाए हैं।

ऐसा ही एक पोस्टर भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय एकात्म परिसर के पास लगाया गया है। इस पर लिखा है राजभवन संचालन केंद्र इधर है एरो का निशान भी बना है। तेलीबांधा के चौराहे पर भी एक ऐसा ही बड़ा पोस्टर लगाया गया है । जिसमें एकात्म परिसर को राजभवन संचालन केंद्र बताया गया है। इसके अलावा प्रमुख सड़कों पर खंभों पर छोटे-छोटे पोस्टर लगाए गए हैं।

मुख्यमंत्री, विधिक सलाहकार को बता चुके हैं भाजपाई

पिछले करीब १ सप्ताह से मुख्यमंत्री आरक्षण विधेयक के मसले पर भाजपा पर जमकर बरस रहे हैं। उन्होंने राजभवन में काम करने वाले राज्यपाल के विधिक सलाहकार को भाजपाई तक बता दिया। मुख्यमंत्री ने हाल ही में कहा था कि राजभवन में बैठने वाले विधिक सलाहकार एकात्म परिसर के निर्देशों पर काम करते हैं इसीलिए आरक्षण विधेयक लटका हुआ है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा के लोग जानबूझकर राज्यपाल और विधिक सलाहकार के जरिए आरक्षण विधेयक रोकने का काम कर रहे हैं । इसके बाद से कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर भी भारतीय जनता पार्टी के दफ्तर को राजभवन संचालन केंद्र बताना शुरू कर दिया था।

कांग्रेस बोली- भाजपा कर रही साजिश

कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि राजभवन में आरक्षण विधेयक रुकने से नाराज और आक्रोशित जनता अब भाजपा कार्यालय जाने वाले सड़कों एवं भाजपा कार्यालय में राजभवन संचालित होने का पोस्टर लगाकर आरक्षण विधेयक राजभवन में रोके जाने के प्रति नाराजगी जाहिर कर रही है।

२ दिसंबर को पारित आरक्षण विधेयक राजभवन में सिर्फ हस्ताक्षर नहीं होने के कारण रुकी हुई है और आज ३१ दिन हो गया है आज भी राजभवन बिल पर हस्ताक्षर नहीं की है और भाजपा उस आरक्षण विधेयक को खारिज कराने साजिश कर रही है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि आरक्षण विधेयक के मामले में भाजपा की कथनी और करनी जनता के बीच में उजागर हो गई है।