छत्तीसगढ़। कटघोरा में धर्मसेना के बैनर तले सामाजिक प्रमुख के सम्मान समारोह में 101 परिवारों की गंगा जल से पांव पखारकर घर वापसी करवाने के पश्चात मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्बोधन के दौरान प्रबल प्रताप सिंह जूदेव (Prabal Pratap Singh Judev) ने धर्मांतरण रूपी बीमारी का सर्व सुलभ ईलाज “घारवापसी” को बतलाया। उनका मानना है जिस दिन हिंदू समाज जाग जायेगा उसी दिन धर्मांतरण (Religious conversion) छू मंतर हो जायेगा। अपनी चिंता को साझा करते हुए उन्होंने कहा हिंदू समाज की कुंभकर्णी निद्रा धर्मांतरण का मुख्य कारण है।हम अपने लोगों तक सनातन संस्कृति की सुगंध नहीं पहुंचा पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कोरबा क्षेत्र धर्मांतरण की आग मे झुलस रहा हैं l घर वापसी अभियान में तेजी लाकर हम क्षेत्र को सुरक्षित करेंगे और विधर्मियों को चेतावनी देते हुए उन्हों सचेत हो जाओ वरना भुगतोगे। कटघोरा मे धर्म सेना, विश्व हिंदू परिषद, आर्य समाज, श्रीराम सेना, गायत्री परिवार एवं अन्य समाजिक संगठनों के तत्वाधान में पूजा-अर्चना एवं यज्ञ के उपरांत 101 मतांतरित परिवारों की प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने चरण को धोकर घर वापसी कराई ।
कार्यक्रम मे मुख्य रूप से कौशलेंद्र सिंह ,रामा श्रेय पांडेय, आचार्य राकेश, विष्णु पटेल, कपिल शास्त्री, आत्मा नारायण पटेल, सुरेंद्र बहादुर सिंह,राम दयाल उइके एवं अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ें : मंत्री बृजमोहन ‘कांग्रेसनीत घमंडिया गठबंधन’ पर भड़के! दागे सियासी सवाल