“पैरों से चित्र बनाने वाली पूनम और माइक्रो आर्टिस्ट अंकुश देवांगन: मुख्यमंत्री जनदर्शन में बिखरी प्रेरणा की कहानी”
By : dineshakula, Last Updated : November 13, 2025 | 4:22 pm
रायपुर, 13 नवंबर 2025: पैरों से चित्र उकेरने वाली पूनम की नई उम्मीद –
रायपुर में जनदर्शन (Jandarshan) के दौरान मुख्यमंत्री ने तेलीबांधा की 11 वर्षीय पूनम से मुलाकात की। पूनम सेरेब्रल पाल्सी से जूझ रही हैं और बातचीत करने में असमर्थ हैं, लेकिन अपने पैरों से खूबसूरत चित्र बनाना जारी रखती हैं।
मुख्यमंत्री ने पूनम के माता-पिता को आश्वस्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार उनके साथ है और किसी प्रकार की चिंता की जरूरत नहीं। उन्होंने पूनम की पढ़ाई के लिए विशेष विद्यालय में भर्ती और छात्रवृत्ति देने के निर्देश दिए। इस मुलाकात ने पूनम और उनके परिवार के जीवन में नई उम्मीद भर दी।

भिलाई के माइक्रो आर्ट मास्टर अंकुश देवांगन का चमत्कार
भिलाई के 55 वर्षीय अंकुश देवांगन ने जनदर्शन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को एक अनोखा तोहफा दिया। उन्होंने संगमरमर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सूक्ष्म प्रतिमा और उसके पीछे अयोध्या स्थित रामलला मंदिर की नन्हीं प्रतिकृति उकेरी।
प्रतिमा को देखने के लिए फ्रेम में माइक्रोस्कोपिक लेंस लगाया गया है, जिससे मोदी जी के चेहरे और भावों की सूक्ष्म रेखाएं स्पष्ट दिखाई देती हैं। अंकुश भिलाई स्टील प्लांट में एडमिनिस्ट्रेटिव असिस्टेंट हैं, लेकिन बचपन से ही उनका झुकाव माइक्रो आर्ट की ओर रहा।
मुख्यमंत्री ने उनकी कला की सराहना की और कहा, “यह केवल कला नहीं, बल्कि समर्पण और धैर्य का प्रतीक है। अंकुश जी ने अपनी भावना को जिस खूबसूरती से व्यक्त किया है, वह काबिल-ए-तारीफ है।”
अंकुश ने बताया कि आधे सेंटीमीटर आकार की इस प्रतिमा को बनाने में उन्हें दो महीने लगे। दिन में नौकरी और रात में कला—यही उनकी दिनचर्या रही। मुख्यमंत्री ने फ्रेम को अपने कार्यालय में विशेष स्थान पर रखने का निर्णय लिया और राज्य स्तर पर प्रदर्शनी लगाने का प्रस्ताव भी दिया।

“अब फिर से सुन पा रहा हूं”— जनदर्शन में मुख्यमंत्री साय की त्वरित मदद से बदली निर्मलकर की जिंदगी
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास में आयोजित जनदर्शन कार्यक्रम के दौरान रायपुर के ब्राह्मणपारा वार्ड निवासी श्री रमन निर्मलकर को श्रवण यंत्र सौंपा।
जनदर्शन में पहुँचे श्री निर्मलकर ने बताया कि बीते कुछ समय से उनकी श्रवण क्षमता पूरी तरह समाप्त हो गई है। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वे श्रवण यंत्र खरीद नहीं पा रहे थे। उनकी समस्या सुनकर मुख्यमंत्री श्री साय ने फौरन ही उन्हें श्रवण यंत्र प्रदान किया।
मुख्यमंत्री श्री साय का आभार व्यक्त करते हुए श्री निर्मलकर ने मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि “मुझे फिर से सुनने की क्षमता वापस मिल गई है। मुख्यमंत्री जी ने मेरी समस्या को तुरंत समझा और मदद की, इसके लिए मैं उनका आभारी हूं।”
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा जनदर्शन में आमजन की समस्याओं पर तुरंत संज्ञान लेकर सहायता प्रदान करने की यह पहल जनकल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।




