छत्तीसगढ़। पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह (Former Chief Minister Dr. Raman Singh) ने आज सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण शुरू होने पर भूपेश सरकार (Bhupesh Sarkar) पर तंज कसा। उन्होंने कहा, सन 2011 की आर्थिक जनगणना तो कांग्रेस के ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी के समय हुई थी। उस पर भी उनको विश्वास नहीं है। कहा,उनको केंद्र की पीएम आवास योजना का लाभ छत्तीसगढ़ की गरीब जनता को नहीं देना था। इसलिए उन्होंने बहाना ढूंढ लिया, नई आर्थिक जनगणना होनी चाहिए। लेकिन समझ में नहीं आता है, अगर किसी गरीब व्यक्ति को लाभ मिल जाएगा तो उसे किसी की क्या हानि। पीएम आवास बनाने के लिए केंद्र सरकार ने अपना राज्यांश भी दिया था। इसके बावजूद इस योजना को बंद कर देना कहां क्या न्याय है। कहा, ये तो सिर्फ कांग्रेस की जिद है कि केंद्र सरकार की पीएम योजना का लाभ नहीं देना है। उन्होंने कहा, आज आर्थिक सर्वेक्षण कराने से क्या फायदा, क्योंकि इसके पूरा होते-होते तो चुनाव आ जाएगा।
अगर कराना था, इस योजना को जिस समय बंद किए थे, उस समय ही सर्वे कराते। लेकिन नहीं, क्योंकि उन्हें तो अपने शासनकाल में पीएम आवास किसी भी हालत में गरीबों को नहीं देना था। जबकि इनके खुद के मंत्री ने इस भूपेश की इसी सोच से दुखी होकर अपने पद से इस्तीफा दे दिए थे। क्या, उस वक्त सर्वेक्षण नहीं हो सकता था। कहा, अब देखिए जनता के बीच पीएम आवास नहीं देने के सवाल पर लोगों को क्या जवाब देंगे। इसलिए सर्वेक्षण कराने का बहाना खोज लिया। लेकिन ये पब्लिक है, सब समझ रही है, इस कृत्य के लिए जनता उनको कभी माफ नहीं करेगी। कहा, ये सरकार भ्रष्टाचारियों पर रहम और गरीबों पर सितम करने वाली है। पीएम आवास को लेकर भूपेश की साइलेंट प्वाइजन नीति का खुलासा भाजपा ने कर दिया है। अब इसका जवाब जनता चुनाव में कांग्रेस को देगी।
इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)