रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (Former Chief Minister Raman Singh) ने कहा पीडीएस में जो 600 करोड़ रुपए (PDS and Coal Scam) का राशन दुकानों में गया नहीं, इसके बारे में पिछले विधानसभा सत्र के उत्तर के बारे में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत जी 40 मिनट तक बहस करते रह गए मगर उत्तर नहीं दे पाए। अब उसका समाधान हो गया कि उसमें भी गड़बड़ी पाई गई थी, ये प्रमाणित कर दिया केंद्रीय मंत्री जी ने अपनी टीम भेजकर। कहा, केंद्र ने तो रीलेशन तो नहीं किया, लेकिन हम उसको हिसाब लगा रहे हैं, हर महीने 200 करोड़ रुपए होता है। 28 महीने में 200 करोड़ के हिसाब से 500 करोड़ रुपए का चावल करीब समायोजित किया गया है। ये चावल गरीबों तक नहीं पहुंचा है। राज्य सरकार ने इसमें अफरा-तफरी की है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था की ईडी और आईटी बीजेपी का अहम विंग है। जिसके सवाल के जवाब में रमन सिंह ने पलटवार करते हुए कहा, जब ऊपर नीचे कुछ नहीं है तो डॉयरेक्टर माइंस 7 महीने से जेल के अंदर क्यों हैं। जो पालिसी बनाने वाले हैं, डॉयरेक्टर माइंस पालिसी बनाने में डायरेक्टर अकेला कुछ नहीं कर सकता। सेक्रेटरी और मुख्यमंत्री और वो विभाग का भारसाधक मंत्री और खरीदी विभाग मुख्यमंत्री जी का डॉयरेक्टर दोषी पाया गया है तो अंतिम रूप से तो मुख्यमंत्री जी की ही सहमति होगी। मुख्यमंत्री के बिना सहमति के डॉयरेक्टर आनलाइन को आफलाइन करने का षडयंत्र कैसे करते हैं,इसका जवाब भूपेश जी ने किसी मंच पर दिए हैं क्या है।
इनपुट (भोजेंद वर्मा)
यह भी पढ़ें : ED की कार्रवाई पर ‘रमन सिंह’ बोले, ये बहुत मकड़जाल है, इसमें बहुत लोगों का हाथ है!