‘रमन’ की आय से अधिक ‘संपत्ति’ की होगी जांच!, राज्यपाल से मांगी ‘अनुमति’

(Former Chief Minister Dr. Raman Singh) पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह की आय से अधिक संपत्ति की जांच पर अब सियासी पारा बढ़ गया है।

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  • Updated On - January 15, 2023 / 02:51 PM IST

छत्तीसगढ़। (Former Chief Minister Dr. Raman Singh) पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह की आय से अधिक संपत्ति की जांच पर अब सियासी पारा बढ़ गया है। इनकी संपत्ति की जांच करने के लिए भूपेश सरकार से राज्यपाल से अनुमति मांगी है। ऐसे में जाहिर है कि मुख्यमंत्री रमन सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बता दें, रमन सिंह के आय से अधिक संपत्ति (disproportionate assets)  मामले की जांच आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो और एंटी करप्शन ब्यूरो को सौंप दिया है। इसकी कार्रवाई को आगे बढ़ाने के लिए सामान्य प्रशासन विभाग ने राजभवन इस प्रकरण को भेजा है। जिस पर सामान्य प्रशासन ने अनुमति मांगी है। इसमें सरकार ने राजनांदगांव निवासी नवाज अहमद खान की लिखित शिकायत को आधार बनया है। शिकायत की है रमन सिंह और उनके परिजनों की आय में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी हुई है।

इधर, कांग्रेस नेता विनाेद तिवारी की याचिका पर हाईकोर्ट में 8 फरवरी को सुनवाई

गौरतलब है कि दूसरी ओर कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने हाईकोर्ट में आय से अधिक संपत्ति के मामले में याचिक दाखिल की है। जिस पर 8 फरवरी को सुनवाई होना है। उन्होंने याचिका में आरोप लगाया है कि विधानसभा चुनाव के नामांकन पत्र में आय की गलत जानकारी दी है। इधर नवाज अहमद खान की शिकायत ने इस पूरे मामले को एक नया रंग दे दिया है।

कुछ इस तरह रमन की आय 5 गुना बढ़ी

शिकायती पत्र में कहा है कि डॉक्टर रमन सिंह की वर्ष 2018 वर्ष में संपत्ति बढ़कर 19 लाख 38 हजार नकद और जमा राशि 53 लाख 56 हजार 303 रुपए यानी कुल एक करोड़ 29 लाख 82 हजार 303 रुपये हो गई। इस तरह जमा राशि लगभग पांच गुना अधिक हो गई। इसी तरह उनके परिवार के सदस्यों की आय भी कई गुना बढ़ गए।

3 वर्ष के चुनावी शपथ के आधार पर बताई संपत्ति का आधार

नवाज खान ने शिकायती पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह द्वारा घोषित आय और संपत्ति को ही आधार बनाया है। सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार बताया कि 2008 में चुनाव लड़ते समय स्वंय 7 लाख रुपए नकद और जमा राशि 60 हजार 300 रुपये, फिक्स डिपाजिट चार लाख रुपए, 23 तोला सोना, चार किलो चांदी और अन्य मद में दो लाख 35 हजार 731 रुपए बताया था। 7, 19 एकड़ कृषि भूमि, 2400 वर्गफीट का भवन, 8,634 वर्गफीट आवासीय भूमि और 15,44 एकड़ भूमि होने का उल्लेख किया था। इसी तरह उनकी पत्नी का नकद चार लाख 37 हजार 148 रुपए, फिक्स डिपाजिट सात लाख 50 हजार, 55 तोला सोना, आठ किलो चांदी, सात कैरेट हीरा, 68, 96 एकड़ कृषि भूमि बताया गया था।

रमन सिंह ने कहा, ईडी से घबरा कर ये सब करवा रहे हैं भूपेश

इधर मामले पर रमन सिंह ने कहा भ्रष्टाचार की पोल खुल रही है। बड़े नामों की काली करतूत सामने आ रही है। छत्तीसगढ़ को 4 सालों में जितना लूटा गया वो सच उजागर हो रहा है। इसीलिए दाऊ को ED से इतना भय है, क्योंकि अब कोयले की दलाली और माफियाओं के साथ सांठ-गांठ की सारी हकीकत जनता के सामने लाई जा रही है। इस वजह से भूपेश बघेल बौखला गए हैं। यही कारण है कि वे ये सब अब कराने में जुटे हैं। इससे हमें कोई दिक्कत नहीं है। बताया कि संपत्ति के मामले को लेकर पहले से ही हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है। एक शिकायत पहले से ही है और मामला लंबित है। इसमें इसलिए कुछ नहीं होना है कि ये झूठी हैं, हमें जांच से कोई दिक्कत नहीं है।