छत्तीसगढ़। महाधिवेशन (convention) में पारित गए 6 मुख्य संशोधनों पर रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने मीडिया के सवालों के जवाब दिए। शाम को आयोजित प्रेस कांफ्रेस में कहा, कांग्रेस ने संविधान में संशोधन किए है। जिस प्रकार देश दुनिया और समाज में बदलाव आया है। उसी प्रकार इस संविधान में भी संशोधन किया गया है।
इसमें नशा विरोध को भी शामिल किया गया है। संविधान में किए गए संशोधन के मुताबिक अब कांग्रेस के सदस्यों को यह बताना होगा कि “वह शराब, ड्रग, साइकोट्रोपिक सब्सटेंस, प्रोहिबिटेड ड्रग्स या अन्य किसी नशीले सब्सटेंस के उपयोग से दूर रहेंगे।
खादी की महत्ता को लेकर पूछे गए सवाल पर सुरजेवाला ने कहा कि जब तक देश है तब तक खादी है। खादी की महत्ता कभी भी नहीं खत्म होगी। पहले एक संशोधन यह भी लाया जाने वाला था कि कांग्रेस सदस्यों को खादी पहनना होगा, लेकिन इसे लेकर सुरजेवाला ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
आरक्षण को वोट बैंक की राजनीति न बताते हुए कांग्रेस नेता ने इसे हर समाज की नुमाइंदगी बताया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में हर तबके, हर वर्ग की राजनीतिक भागीदारी हो इस सोच के तहत कांग्रेस पार्टी चल रही है। इसीलिए इसे पार्टी के संविधान में लाया जा रहा है। नए आरक्षण संशोधन के बाद हर वर्ग को पार्टी में समान जगह मिलेगी और वो अपनी राजनीतिक भागीदारी दे सकेगा। इसीलिए हमने आदिवासी, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं को ५० फीसदी भागीदारी का नियम बनाया।
एक सवाल के जवाब में कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि थर्ड जेंडर को आज विदेशों ही नहीं भारत में एक अलग वर्ग के रूप में माना गया है। उनकी हर जगह भागीदारी देखी जा रही है। सुप्रीम कोर्ट भी इसे मान चुका है। इसलिए अब कांग्रेसी पार्टी ने अपने सदस्यता फॉर्म में महिला, पुरुष के साथ ही थर्ड जेंडर को भी भरे जाने का ऑप्शन दिया है। ऐसा किसी पार्टी के फॉर्म में नहीं है।
कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि समय बदल रहा है। आज कई परिवार ऐसे हैं, जहां केवल मां अपने बच्चे को पालती है। ऐसे में कांग्रेस ने संशोधन किया है कि अब उनके फॉर्म में पिता की जगह मां का भी नाम भरने का ऑप्शन होगा। ऐसे लोग चाहें तो पिता की जगह मां का नाम भी भर सकते हैं। इसी तरह पत्नी का नाम का कॉलम भी है।