रायपुर। एक बार फिर आरक्षण (Reservation) पर सियासी पारा चढ़ गया है। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस में जुबानी जंग छिड़ गई है। इसमें नगरी प्रशासन मंत्री शिवकुमार डहरिया ने बीजेपी को घेरा तो बीजेपी ने कांग्रेस (BJP Congress) को आरक्षण के मुद्दे पर वार किया है। नगरी प्रशासन मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया ने कहा राज्यपाल इस विधेयक को रोक कर रखे हैं। भारतीय जनता पार्टी जानबूझकर छत्तीसगढ़ के जनता के अधिकारों का हनन कर रही है। पहला अवसर है कि राज्यपाल इतने लंबे समय तक रोक रखा है। इसी के चलते भारतीय जनता पार्टी से आदिवासी नाराज है। इसी नीति के चलते भारतीय जनता पार्टी 14 सीटों पर सिमट गई। आने वाला समय पर एक सीट पर भाजपा सिमट जाएगी। कहा, मैं राज्यपाल से निवेदन कर रहे हैं जल्द ही निर्णय करें। ताकि रूकी हुई भर्तियों पर शुरू किया जा सके।
पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने टवीट कर भूपेश बघेल व कांग्रेस पर तंज कसा है। उन्होंने अपने टवीट में लिखा है कि दाऊ @bhupeshbaghel जी, भाजपा सरकार ने पहले ही बहुत गंभीरता से विचार कर 58% आरक्षण लागू किया था और आज माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने इस पर मुहर लगाकर युवा साथियों के लिए भर्ती के रास्ते खोल दिए हैं। इस 58% आरक्षण में बाधक बनने वाली कांग्रेस सरकार की सच्चाई अब युवाओं के सामने है।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा भाजपा शासन काल में लागू आदिवासियों के 32% आरक्षण पर कांग्रेसीयो द्वारा लगाई गई रोक को सुप्रीम कोर्ट ने हटा दिया है। यह भाजपा की वैचारिक जीत है। और अब मुख्यमंत्री को भी यह समझ लेना चाहिए कि वह संविधान से ऊपर नहीं है।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा 58 प्रतिशत आरक्षण बहाली पर बोले पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक ये हमारी जीत है आदिवासी समाज के लोगो को जो हक भाजपा ने दिया था वो वैध साबित हुआ, हम इसका स्वागत करते है।