रावतपुरा मेडिकल कॉलेज रिश्वत कांड: हवाला से 55 लाख की रिश्वत लेते पकड़े गए 6 आरोपी, CBI रिमांड में भेजे गए
By : ira saxena, Last Updated : July 2, 2025 | 9:37 pm

By : ira saxena, Last Updated : July 2, 2025 | 9:37 pm
रायपुर। नवा रायपुर स्थित श्री रावतपुरा सरकार मेडिकल कॉलेज (SRIMSR) को पक्ष में रिपोर्ट देने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) की निरीक्षण टीम के तीन डॉक्टरों ने हवाला के जरिए 55 लाख रुपए की रिश्वत ली। इस घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने मंगलवार को 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें NMC टीम के तीन सदस्य डॉक्टर भी शामिल हैं।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में डॉ. मंजप्पा सीएन, डॉ. चैत्रा एमएस, डॉ. अशोक शेलके, अतुल कुमार तिवारी, सथीशा ए और रविचंद्र के. शामिल हैं। सभी को CBI ने रायपुर स्थित स्पेशल कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया। अब 7 जुलाई तक इनसे पूछताछ की जाएगी।
CBI पूछताछ रायपुर के VIP रोड स्थित कार्यालय में की जा रही है। रिमांड अवधि में आरोपियों को हर दिन आधे घंटे के लिए अपने परिजन और वकील से मिलने की अनुमति दी गई है।
CBI ने जांच के लिए कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और मध्य प्रदेश के 40 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। लेन-देन के दौरान सभी आरोपियों को रंगेहाथ पकड़ा गया।
30 जून को SRIMSR में हुई NMC की टीम के निरीक्षण के बाद यह रिश्वत कांड सामने आया। आरोप है कि टीम के सदस्य डॉक्टरों ने कॉलेज के निदेशक अतुल कुमार तिवारी से मिलकर रिपोर्ट सही बनाने के एवज में रिश्वत की मांग की। हवाला के जरिए 55 लाख रुपए की डील तय की गई, जिसमें से 38.38 लाख डॉ. मंजप्पा के सहयोगी सथीशा ए और 16.62 लाख डॉ. चैत्रा के पति रविन्द्रन से बरामद किए गए।
CBI के अनुसार, पूरा षड्यंत्र पहले से रचा गया था और डॉ. मंजप्पा ने सथीशा को हवाला ऑपरेटर से राशि इकट्ठा करने के निर्देश भी दिए थे। हालांकि बचाव पक्ष ने आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि आरोपी डॉक्टर ईमानदारी से काम कर रहे थे और CBI ने गलत आरोप लगाए हैं।
CBI की जांच फिलहाल जारी है और 7 जुलाई तक सभी आरोपियों से विस्तार से पूछताछ की जाएगी।