रायपुर। कल आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) के हिंदुत्व वाले बयान पर आज बीजेपी के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर (Former BJP Minister Ajay Chandrakar) ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, आचार्य जी और विवेक तनखा जी अपने प्रदेश के हालात पर चर्चा कर लें। कांग्रेस की आइडियोलॉजी क्या है यह विवेक तनख़ा जी बताएं। महात्मा गांधी ने आजादी के बाद कांग्रेस को विसर्जित करने की बात कही थी। हिंदुत्व की बात है तो विवेक तनख़ा जी वकील हैं, उन्हें सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट को देख लेना चाहिए। जो परिभाषा गढ़ते हैं आचार्य प्रमोद कृष्णम जी उन्हें 14 जनवरी को रामलला के दर्शन के लिए आमंत्रित करूंगा।
उन्होंने कहा, किसी ने नहीं कहा की बपौती है। सुप्रीम कोर्ट ने जो व्यवस्था दिए उन्हें स्वीकार करते हैं। हम चुनावी हिंदुत्व की बात नहीं करते। हम चुनाव के समय दत्तात्रेय गोत्र जनेऊ कान में लगाते हुए नहीं दिखाते। हमारी आस्थाएं दिखाने के लिए नहीं है। राम मंदिर हमारा 600 साल का संघर्ष है और भी ऐसे प्रतीक है देश में। एक रिपोर्ट है जिसमें सुकमा में आदिवासी समाज के लोग दूसरे धर्म के साहित्य को जला रहे हैं। यह ना आचार्य जी को दिखेगा, ना विवेक तंखा जी को दिखेगा और ना ही सरकार को दिखेगा। यह चुनावी लोग हैं, सरकार जानती कुछ नहीं है।
आज से बूथ चलो अभियान शुरू हुआ है तो अब तक कहां दिल्ली चलो था इसके पहले कांग्रेस के नेताओं को दिल्ली चलो करना चाहिए। मोहन मरकाम जी की कुर्सी खतरे में है। तीसरी– चौथी पंक्ति के नेता है उनके बीच उठा पटक है। अभी पहले अपने पैर मजबूत कर लें। बूथ मजबूत है भाजपा का। आने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सरकार बनेगी।
इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)
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