रायपुर। (Pro. Sachchidanand Shukla) काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार अयोध्यया के राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर को रविशंकर विश्वविद्यालय का नया कुलपति नियुक्त कर दिया गया है। राज्यपाल अनुसुइया उइके अपनी विदाई से ठीक पहले इनकी नियुक्ति करके गई। जबकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम (Mohan Markam) ने रविवि के कुलपति के लिए स्थानीय प्रोफेसरों को महत्व देने की सिफारिश की थी। बहरहाल, अब तो सब कुछ फाइनल हो चुका है। क्याेंकि कुलपति के नियुक्ति का विशेषाधिकार राज्यपाल के पास ही था।
राज्यपाल ने अयोध्या के प्रो. सच्चिदानंद शुक्ला को नया कुलपति बनाया है। प्रो. शुक्ला अभी अयोध्या की राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में फिजिक्स और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग में काम कर रहे हैं। इस नियुक्ति के साथ कांग्रेस की ओर से उठी स्थानीय कुलपति की मांग धरी की धरी रह गई है।
पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केशरी लाल वर्मा का कार्यकाल एक अप्रैल 2023 को पूरा हो रहा है। इससे पहले ही राजभवन में नये कुलपति की तलाश तेज कर दी थी। फरवरी के दूसरे सप्ताह में चयन समिति की एक बैठक राजभवन में हुई थी। इसी बीच राज्यपाल को यहां से हटाकर मणिपुर का राज्यपाल बनाने का आदेश जारी हो गया। इसकी वजह से लग रहा था कि कुलपति की नियुक्ति की शेष प्रक्रिया नये कुलाधिपति करेंगे। राज्यपाल मंगलवार को छत्तीसगढ़ से विदा लेकर मणिपुर पहुंच गईं। उसके बाद राजभवन ने नये कुलपति की नियुक्ति का आदेश सार्वजनिक किया है। इस आदेश के मुताबिक, राज्यपाल ने इस पर 14 फरवरी को हस्ताक्षर किये हैं। राज्यपाल के मणिपुर भेजे जाने का आदेश 12 फरवरी को आ गया था। नये कुलपति की यह नियुक्ति प्रो. वर्मा का कार्यकाल खत्म होने के बाद प्रभावी होगा।