रायपुर सेंट्रल जेल में चैतन्य बघेल से मिले सचिन पायलट, भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना

By : dineshakula, Last Updated : July 26, 2025 | 11:53 am

रायपुर: छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने रायपुर सेंट्रल जेल पहुंचकर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल से मुलाकात की। पायलट सुबह 8:00 बजे रायपुर एयरपोर्ट पहुंचे, उसके बाद वे सेंट्रल जेल गए। इस दौरान उनके साथ सह प्रभारी जरिता लेतफलांग, विजय जांगिड़, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, और पूर्व मंत्री शिव डहरिया भी मौजूद थे।

चैतन्य बघेल को छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के मामले में 22 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया था। अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजकर 4 अगस्त तक रायपुर जेल में रहने का आदेश दिया है। इससे पहले ED ने चैतन्य से पांच दिन तक पूछताछ की थी।

पायलट के दौरे पर भाजपा विधायक पुरंदर मिश्रा ने तंज कसा है। उन्होंने कहा, “दिल्ली में पप्पू और छत्तीसगढ़ में बिट्टू – यही बची है कांग्रेस की राजनीति। यह केवल परिवार तक सीमित हो गई है। कांग्रेस ने आर्थिक नाकेबंदी के दौरान मजदूरों को बुलाया था, लेकिन अब वे पेमेंट न होने पर हंगामा मचा रहे हैं।”

ED के आरोपों के अनुसार चैतन्य बघेल पर क्या आरोप हैं?

ED के वकील सौरभ पांडेय ने बताया कि चैतन्य बघेल का नाम शराब घोटाले में शामिल पाया गया है। उन्होंने कहा कि आरोप के अनुसार चैतन्य ने 1000 करोड़ रुपये से अधिक की घोटाले की रकम को संभाला। यह राशि अनवर ढेबर द्वारा दीपेन चावड़ा को दी गई और बाद में राम गोपाल अग्रवाल को दी गई। चैतन्य के साथ इस व्यवस्था को पप्पू बंसल ने किया था, और चैतन्य के निर्देश पर 100 करोड़ रुपये केके श्रीवास्तव को दिए गए।

पप्पू बंसल ने पूछताछ में यह भी स्वीकार किया कि शराब घोटाले से उन्हें तीन महीने में 136 करोड़ रुपये मिले थे। अनवर ढेबर और नीतेश पुरोहित के बीच हुई चैट से इसकी पुष्टि हुई है।

बचाव पक्ष का क्या कहना है?

चैतन्य बघेल के बचाव पक्ष के वकील फैजल रिजवी ने ED के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि ED द्वारा उठाए गए दो प्रमुख मामलों पर उनका स्पष्टीकरण है:

  1. ज्वेलर्स से जुड़े 5 करोड़ रुपये का लोन:
    पहला मामला ज्वेलर्स से लिए गए 5 करोड़ रुपये के संदिग्ध लोन का है, जिस पर ED ने कहा कि यह लोन बिना ब्याज के था। फैजल रिजवी ने स्पष्ट किया कि यह लोन 2019 में लिया गया था, और अब तक 2.21 करोड़ रुपये ब्याज के रूप में चुकाए जा चुके हैं। ज्वेलर्स के प्रोपराइटर द्वारा फरवरी 2025 में यह जानकारी ED को दस्तावेज़ों के साथ दी जा चुकी थी, बावजूद इसके ED ने भ्रामक तथ्यों को कोर्ट के सामने रखा।

  2. त्रिलोक सिंह ढिल्लन को बेचे गए फ्लैट से जुड़ा मामला:
    दूसरा मामला त्रिलोक सिंह ढिल्लन को बेचे गए 5 करोड़ रुपये के फ्लैट से संबंधित है। ढिल्लन पहले ही जेल में रहकर यह स्पष्ट कर चुके हैं कि यह राशि कहां से आई। ED ने उनके जवाबों से संतुष्टि जताई थी, और इस कारण से चैतन्य बघेल से इस विषय पर कोई पूछताछ नहीं की गई थी।

जांच अभी जारी है, और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी तेज़ हो गया है। कांग्रेस अपनी स्थिति पर कायम है, जबकि भाजपा पार्टी इसे केवल पारिवारिक राजनीति के रूप में देख रही है। ED की जांच से आने वाले हफ्तों में और खुलासे हो सकते हैं, जो इस मामले की दिशा को तय करेंगे।