रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रद्दी में लाखों की किताबों (Millions of books) के मिलने के बाद शिक्षा विभाग एक्शन मोड पर है। शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी स्कूल से किताब वितरण (School book distribution) की जानकारी मंगाई जा रही है। विभाग ने इसके लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को इसके लिए निर्देश दिए हैं।
सिलयारी के बाद अभनपुर विकास खंड के स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में और राजधानी के हिन्दु हाई स्कूल में भी किताबें मिली हैं।
छात्रों की जानकारी के बाद भी ज्यादा छापी किताबें
बच्चों को वितरण के बाद अतिरिक्त संख्या में छापी किताबें स्कूलों में मिल रही हैं। किताबों को लेकर स्कूल पहले ही छात्रों का पूरा विवरण दे चुका है। बावजूद ज्यादा किताबों की छपाई क्यों और कैसे हुई इसकी भी जांच होगी।
अतिरिक्त छपाई का खेल लंबे समय से चल रहा है। पापुनि हर साल पिछली दर्ज संख्या के आधार पर उसमें अगले साल के लिए वृद्धि कर किताबें छपाई करवाती है।
साइंस किताबें कम मिलने की शिकायत
पिछली साल की तरह इस बार भी प्रदेश के कुछ संकुलों में किताबों के बंडल में साइंस समेत अन्य विषयों की कम किताबें मिलने की भी शिकायतें मिली थी। हालांकि बाद में संकुल द्वारा वे किताबें भिजवाई गई।
कक्षावार देनी होगी जानकारी
इसी तरह के मामले सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर सभी स्कूल से कक्षावार किताब वितरण और बची हुई किताबों की जानकारी मांगी है। बच्चों की दर्ज संख्या ब्लॉक और जिलों के माध्यम से लोक शिक्षण संचालनालय को मिलती है।
कांग्रेस विधायक कर रहे खुलासा
रायपुर पश्चिम के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने सिलयारी समेत तीनों ही मामले का खुलासा किया। अभनपुर के बाद राजधानी के हिन्दू हाईस्कूल में भी बड़ी मात्रा में किताबें मिली हैं। पूर्व विधायक विकास उपाध्याय स्कूल पहुंचे और वहां किताबों के ढेर होने का खुलासा किया था।
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