रायपुर। विधानसभा चुनाव की तैयारी में कोई कोर कसर नहीं रहे इसलिए कांग्रेस संगठन को चुस्त दुरुस्त करने में जुटी है। यही वजह है कि कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा (State Congress in-charge Kumari Selja)ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम द्वारा की गई संगठन की नियुक्ति को रद्द करने का फरमान सुना दिया है। उन्होंने अपनी जारी पत्र में मोहन मरकाम (Congress President Mohan Markam)को नियुक्ति के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए। उनके इस के पत्र के वायरल होने के बाद सियासत गरम हो गई है। बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाकर कांग्रेस पर आदिवासी विरोधी होनेा का तमगा लगा दिया है। वैसे भी कांग्रेस के संगठन में बड़े नेताओं के बीच तालमेल नहीं होने की खबरें उड़ रही थी। इस वाक्या से बीजेपी को बल मिल गया। लिहाजा, संगठन और कई नेता अब कांग्रेस को कोस रहे हैं। अब इस पूरे मामले को आदिवासी नेता यानी कि मोहन मरकाम के अपमान से जोड़कर पेश किया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कुमारी सेलजा को रिमोट कंट्रोल संचालित नेता बताया है।
चापलूसी, जी हजूरी वाले सब इनाम के हक़दार हैं, जिनकी रीढ़ सलामत है उन्हें झेलना तिरस्कार है। रिमोट कंट्रोल संचालित कांग्रेस प्रभारी कुमारी सेलजा जी का यह आदेश पूरे छत्तीसगढ़ के आदिवासियों का अपमान है। आपसी कलह के चलते पहले आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम की तस्वीर से परहेज़ था, अब उनकी कलम से निकले आदेश को निरस्त किया।
मोहन मरकाम के आदेश निरस्त किए जाने के मसले पर छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी की ओर से भी सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया लिखी गई-अपने आदिवासी अध्यक्ष का ऐसा अपमान! मोहन मरकाम की ओर से जारी की गई नियुक्तियों को आदिवासी विरोधी कांग्रेस पार्टी ने निरस्त कर दिया। आदिवासी अपने अधिकार का उपयोग कर रहा है। शायद कांग्रेस को यह पचा नहीं, इन्हें रिमोट कंट्रोल चाहिए। शर्मनाक..।
21 जून बुधवार को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम के आदेशानुसार प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों को नया प्रभार दिया गया । जिसमें प्रभारी महामंत्री प्रशासन एवं संगठन की जिम्मेदारी अरूण सिसोदिया, महामंत्री रवि घोष बस्तर संभाग प्रभारी, महामंत्री अमरजीत चावला रायपुर शहर, यूथ कांग्रेस एवं एनएसयूआई प्रभारी, उपाध्यक्ष प्रतिमा चंद्राकर राजनांदगांव प्रभारी, महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला मोहला मानपुर प्रभारी, महामंत्री यशवर्धन राव प्रशिक्षण प्रभारी की जिम्मेदारी संभालेंगे। गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास में हुई बैठक के बाद कुमारी सेलजा की चिट्ठी सामने आई जिसमें उन्होंने इन नियुक्तियों को रद्द कर दिया। सेलजा ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि रवि घोष को प्रशासन और संगठन का प्रभार दिया जाए।
गुरुवार देर शाम तक मुख्यमंत्री निवास में प्रदेश कांग्रेस की कोर कमेटी की मीटिंग हुई। कुमारी सेलजा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, सरकार के मंत्री और संगठन के बड़े नेता इस बैठक में शामिल थे। चर्चा है कि मोहन मरकाम की ओर से की गई नियुक्तियों को लेकर इस बैठक में नाराजगी जताई गई । इसी वजह से अचानक सभी नियुक्तियों को रद्द कर दिया गया। कुछ महीने पहले सत्ता और संगठन के बीच विवाद की जो चर्चा कांग्रेस में उठ रही थी उसे एक बार फिर से हवा मिल गई है।
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