वरिष्ठ भाजपा नेता विद्यारतन भसीन का देहांत! शोक की लहर

By : madhukar dubey, Last Updated : June 23, 2023 | 1:20 pm

रायपुर। दुर्ग जिले के वैशाली नगर से विधायक विद्या रतन भसीन (MLA Vidya Ratan Bhasin) का निधन (Death) हो गया है। 75 वर्षीय भसीन ने राजधानी रायपुर के रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में गुरुवार देर रात करीब पौने तीन बजे आखिरी सांस ली है। उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। गुरुवार दोपहर के बाद उनकी हालत एकदम से गंभीर हो गई थी। विधायक विद्यारतन भसीन छत्तीसगढ़ बीजेपी के वरिष्ठ नेता थे। वर्तमान में वे वैशाली नगर विधानसभा सीट से विधायक थे। इससे पहले वे भिलाई नगर निगम के महापौर भी रह चुके हैं।

भसीन का पार्थिव देह वैशाली नगर भिलाई स्थित उनके निवास में लाया गया है। रामनगर मुक्ति में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। पूर्व सीएम रमन सिंह, पूर्व स्पीकर प्रेम प्रकाश पांडेय, सांसद विजय बघेल सहित भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद हैं।

लंबे समय से बीमार चल रहे थे विद्यारतन भसीन

फरवरी के महीने में भी विधायक विद्यारतन भसीन की तबियत काफी बिगड़ गई थी। उनके ब्रेन में खून का थक्का (ब्लड क्लॉटिंग) जम गया था। उस वक्त उन्हें इलाज के लिए रायपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। अभी तबियत बिगड़ने पर 10 दिन पहले ही उन्हें रामकृष्ण केयर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

विद्या रतन भसीन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के करीबी और संघ में सक्रिय रहने वाले दिवंगत चुन्नी लाल भसीन के बेटे थे। 2009 और 2018 में दो बार विधायक बने और कांग्रेस की लहर के बावजूद वैशाली नगर विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में विद्यारतन भसीन ने कांग्रेस उम्मीदवार बदरुद्दीन कुरैशी को 20 हजार से अधिक वोटों से हराया था।

भिलाई में अंतिम संस्कार

भिलाई के रामनगर मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई है। रायपुर से बॉडी भिलाई में उनके घर के लिए भेजा गया है। इसके बाद रामनगर मुक्ति धाम में परिजनों और बीजेपी के बड़े नेताओं की मौजूदगी में भसीन का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

विद्यारतन भसीन 2 बार के विधायक रहे

भसीन 2005 में बीजेपी से नगर निगम की चुनाव में बड़ी जीत हासिल की और मेयर बने। इसके बाद 2013 और 2018 में लगातार वैशाली नगर के विधायक बने। इसके बाद पार्टी के गतिविधियों में लगातार सक्रिय रहे। राजनीति के जानकार मानते थे की सरल और मिलनसार नेताओं में से एक थे।

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