PM मोदी से ‘शेख कैफूर’ ने पूछा-गलतियों ‘कैसे’ बचा जाए! सुकमा की ‘उमेश्वरी ओटी’ को अपने पास बैठाया…VIDEO
By : hashtagu, Last Updated : January 29, 2024 | 2:03 pm
इसी कड़ी में यहां छत्तीसगढ़ में भी पीएम मोदी के परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का लाइव हुआ है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने भी छात्राें और पीएम मोदी के संवाद को देखा। प्रधानमंत्री ने दिल्ली में अपने पास छत्तीसगढ़ के सुकमा की छात्रा उमेश्वरी ओटी (Umeshwari OT, student of Sukma) को बैठाया है।
- रायपुर के पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के सीधा प्रसारण चल रहा है। जिसमें मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ‘परीक्षा पे चर्चा’ के सीधे प्रसारण कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। वहीं, सुकमा के सरस्वती शिशु मंदिर हायर सेकेंडरी स्कूल की क्लास 9वीं कक्षा की छात्रा उमेश्वरी ओटी दिल्ली गई हुई है। जहां पीएम मोदी के साथ परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में शामिल हुई।
सवाल: कांकेर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्र शेख कैफुर रहमान ने पीएम मोदी से पूछा कि परीक्षा के दौरान अधिकांश छात्र घबराहट महसूस करते हैं, जैसा कि प्रश्नों को सही ढंग से न पढ़ना आदि। मेरा आपसे प्रश्न है कि इन गलतियों से कैसे बचा जाए कृपया अपना मार्गदर्शन दें ?
उत्तर: इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि, घूम फिर के फिर तनाव आ गया। गलतियां अति उत्साह के कारण भी होता है, चाहे मां-बाप का हो या बच्चों का। ठीक परीक्षा के समय पर बच्चों का पहुंचना भी तनाव का कारण है। परीक्षा के कम से कम 15 मिनट पहले पहुंचे। मस्ती में रहिए और खुद में खो जाओ।
उन्होंने कहा कि, अर्जुन के पक्षी के आंख वाली कथा सुनते जानते हैं, लेकिन जीवन में नहीं उतारते। परीक्षा के दौरान ध्यान लक्ष्य में होना चाहिए। लिखने की आदत नहीं होने, कम होने का कारण जानते हुए भी नहीं लिख सकते। लगातार लिखने के प्रयास से आपको अपने लिखने का स्पीड का अंदाजा होगा कि कितने समय में कितना लिख सकते हैं तो सवाल कैसे छूटेगा, प्रैक्टिस ही समाधान है।
बच्चे के रिपोर्ट कार्ड को अपना विज़िटिंग कार्ड समझ लेते हैं परिजन
- इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, मां-बाप अपने बच्चों को कोसते रहते हैं कि सिर्फ खेलते रहता है, दूसरे से कंपेयर भी करते हैं। जो मां-बाप सफल नहीं हुए ओ परिजन अपने बच्चे के रिपोर्ट कार्ड को अपना विज़िटिंग कार्ड समझ लेते हैं।
- उन्होंने कहा, दोस्ती कोई लेन-देन का खेल है क्या? मैंने ऐसे दोस्त देखा है, जो फेल हो गया, लेकिन दोस्त के टॉप करने का मीठा बांटता है। मैंने ऐसे भी दोस्त देखा है जो अपने ज़्यादा अंक लाना का उत्सव नहीं मनाते, क्योंकि उसके दोस्त का कम अंक आया है।
सातवीं बार परीक्षा पर चर्चा
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी का छात्रों संग यह सातवीं बार परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम है। साल 2018 से ही लगातार पीएम इस कार्यक्रर्य के तहत छात्रों, अभिभावकों और पेरेंट्स से जुड़ते रहे हैं। इस कार्यक्रम की सफलता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हर साल इस कार्यक्रर्य के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
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