रायपुर। पीएससी गड़बड़ी मामले (PSC malpractice case) में लगातार सियासत हो रही है। बीजेपी की घोषणा के बाद कांग्रेस ने सरकार से सवाल पूछा है कि क्या भाजपा नेताओं के जो परिजन पीएससी में चुने गये हैं। सरकार उनकी भी जांच करवाएगी क्या ? प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पीएससी ने सवालों के लिए जो मॉडल उत्तर जारी किया है, उसमें 5 सवालों के जवाब सही नहीं है। सरकार इन सवालों के जवाब की गड़बड़ियों की जांच कराए।
सुशील शुक्ला ने कहा कि भाजपा ने अपनी राजनीति करने के लिए पीएससी के चयन पर अनर्गल आरोप लगाया था। भाजपा के आरोप थे कि नेताओं, अधिकारियों के बच्चों का चयन पीएससी में कैसे हो गया, जबकि राज्य की पीएससी में सिविल जज की परीक्षा में भाजपा नेताओं के रिश्तेदारों का भी चयन हुआ है।
भाजपा बताएं सीजीपीएससी के सिविल जज की परीक्षा में मंत्री केदार कश्यप की भतीजी और पूर्व विधायक भाजपा नेत्री लक्ष्मी बघेल, अधिकारियों के बच्चों का चयन होना भी घोटाला है ? भाजपा को सीजीपीएससी के परीक्षा में नेताओं और अधिकारियों के बच्चों के चयन होने पर आपत्ति थी।
विपक्ष में रहते भाजपा ने सीजीपीएससी की पारदर्शिता पर सवाल उठाए थे और युवाओं को भड़काने के लिए झूठे आरोप लगाकर आंदोलन किया था। आज भाजपा अपने नेताओं के भतीजी पुत्र, पुत्री के चयन पर चुप क्यों है ? भाजपा प्रदेश के युवाओं को भाजपा नेताओं के बच्चों के चयन पर जवाब देना चाहिए?
सुशील शुक्ला ने कहा कि भाजपा का काम निम्न स्तरीय राजनीति करना है। कांग्रेस सीजीपीएससी में चयनित बच्चों के योग्यता पर कोई शंका जाहिर नहीं कर रही है। ना ही हम चयनित उम्मीदवारों के हौसला को तोड़ रहे, बल्कि प्रदेश के युवाओं को जिन्हें भाजपा ने भड़काया था। उन युवाओं के आगे भाजपा नेताओं के उस नफरत वाली राजनीति का पर्दाफाश कर रहे हैं।
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