BJP पर सुशील ने की ‘सियासी’ बाणों की बौछार! कहा-‘इनको प्रत्याशी’ तक नहीं मिले रहे!..VIDEO

आज प्रदेश कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला (Congress communication chief Sushil Anand Shukla)  ने BJP पर सियासी बाणों की बौछार की।..

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  • Updated On - July 26, 2023 / 03:07 PM IST

रायपुर। आज प्रदेश कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला (Congress communication chief Sushil Anand Shukla)  ने BJP पर सियासी बाणों की बौछार की। यानी उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी मिलने से लेकर पीएम मोदी सहित बीजेपी की हर एक राजनीति गतिविधियों पर जमकर निशाना साधा है।

उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी तलाशने के सवाल पर कहा-देखिए बीजेपी में जो चुनाव लड़ने के योग्य लोग हैं, वे भी चुनाव लड़ने से परहेज कर रहे हैं। उनको ऐसा लगता है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का माहौल है। अगर उसको पता लगा विधानसभा में कौन खड़ा होगा तो कोई भी दावेदार सामने नहीं आएंगे। ये िस्थति है भारतीय जनता पार्टी की, न की एक विधानसभा 90 विधानसभा में यही िस्थति है। उनके प्रभारी, उनके संगठन प्रभारी, उनके तमाम नेता, चुनाव प्रभारी सब प्रत्याशियों के बारे में टोह ले रहे हैं, लेकिन कोई भी सामने नहीं आ रहा है। ऐसा उनको लगता है कि जमानत जब्त हो जाएगी। इस समय छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल जी की लहर चल रही है। इसलिए भारतीय जनता पार्टी को प्रत्याशी नहीं मिल रहे।

सुकमा की घटना से मणिपुर की घटना से तुलना करने पर बीजेपी पर किया वार

सुकमा में आदिवासी बच्ची के दुष्कर्म के मामले पर सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, सुममा में जो भी कुछ हुआ है, वह बेहद निंदनीय है। उसमें जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है अौर जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। लेकिन मणिपुर की घटना से सुकमा की घटना से जोड़ा जाना बिल्कुल उचित नहीं है। यह भारतीय जनता पार्टी की अवसरवादिता है और अफरातफरी की पराकाष्ठता है। मणिपुर में 50 हजार लोग विस्थापित हो गए। मणिपुर में 5 हजार लोगों के घरों में आग लगा दी। मणिपुर में 100 से अधिक हत्याएं हो गई। मणिपुर जल रहा है, मणिपुर में हमारी माताओं और बहनों को निर्वस्त्र करके घुमाया जा रहा है। उनको निर्वस्त्र करके रैलियां निकली जा रहीं हैं। वैसी िस्थति तो छत्तीसगढ़ में नहीं है। भारतीय जनता पार्टी के नेता छत्तीसगढ़ की एक आपराधिक घटना से मणिपुर से तुलना कर रहे हैं। ये अवसरवादिता है। यह वही छत्तीसगढ़ हैं जहां झलियामाली में 6 से 14 साल के मासूम बच्चियों के साथ लगातार दुराचार होता था। रमन सरकार में एफआईआर नहीं होता था। कहा, एफआईआर के लिए कांग्रेस को आंदोलन करना पड़ा था। पद यात्रा करनी पड़ी, वकील पटेल जी को वहां जाकर धरना देना पड़ा। तब उसके बाद एफआईआर हुआ था।

ननकी राम को अमित शाह की बैठक से भगाए जाने पर बोला

कहा, पहले पुराने नेताओं को अपमानित कर दिया गया। अमित शाह आते हैं तो उसके साथ ही पुराने नेताओं को भगाया जाता है। कहा, ननकीराम से पुराना नेता कौन होगा भाजपा में। ननकीराम कंवर जी को बीजेपी कार्यालय के गेट से बाहर कर दिया गया। उनका वहीं हाल, बड़े बेआबरु होकर तेरे कूचे निकले। अब ऐसी िस्थति में अब वे बड़े नेताओं के साथ बैठक करेंगे, उनके साथ मान मनौव्वल करेंगे। ऐसे में उनको अब कौन नेता मानेगा।

बोले, भारतीय जनता पार्टी अपने पुराने नेताओं को तिरस्कृत की हुई है

कहा, अरे एक तो बहुत बड़े नेता थे, भारतीय जनता पार्टी के नंदकुमार सॉय। जो अब वे हमारे नेता हैं। नंदकुमार साय को भी अपमानित किया था। कांग्रेस पार्टी ने अब उनको गले लगाया और उनको सम्मान दे रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी अपने पुराने नेताओं को तिरस्कृत की हुई है। सत्ता पाने के लिए अपने नेताओं का अपमान कर रही है भाजपा। कहा, बीजेपी का ये मानना है कि जो लोग पहले बड़े नेता थे, उनसे दूरी बना कर रखें, ताकि उनके भ्रष्टाचार को जनता भूल जाएगी। लेकिन जनता भूलने वाली नहीं है। बीजेपी से कहा, आपके दल के नेताओं ने भ्रष्टाचार किया था, चाहे जलकी कांड हो, चाहे नान घोटाला हो, या चिटफंड घोटाला हो, स्काईवॉक घोटाला से सारे के सारे बीजेपी के नेताओं ने किया था। ऐसे में जनता भूलेगी कैसे।

रमन सरकार के दौरान शराब घोटाले पर बीजेपी को घेरा

सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, रमन सरकार के दौरान साढ़े चार हजार करोड़ का शराब घोटाला हुआ था। छत्तीसगढ़ की शराब नीति को वैसे ही परिर्वर्तित किया गया था, जैसे दिल्ली में आप पार्टी की सरकार ने शराब नीति को परिर्वर्तित किया था। कहा, आम आदमी पार्टी का उप मुख्यमंत्री जेल में हैं। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के आबकारी मंत्री और मुख्यमंत्री सभी खुले घूम रहे हैं। रमन सिंह पर कहा-उनके खिलाफ ईओडब्ल्यू में शिकायत हुई थी, प्रमाणित भ्रष्टाचार है, उसके बारे में 80 लोगों को नोटिस दी गई है। हम चाहते हैं कि इसमें जांच हाेनी चाहिए। इसमें सिर्फ कर्मचारी ही नहीं उसमें जो भी आबकारी मंत्री हो या रमन सिंह हो, या अमर अग्रवाल हो, सभी के खिलाफ जांच होनी चाहिए। क्योंकि ये छत्तीसगढ़ में जनता के पैसे की गाढ़ी कमाई का लूट का मामला है। इसमें अपराध पंजीबद्ध होना चाहिए।

इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)

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